नाक से खून बहने जिसे नकसीर फूटना भी कहते हैं, का मुख्या कारण है सुखी हवा (dry air)।गर्मियों के मौसम में नकसीर का फूटना ज्यादा हो जाता है |ये नाक में इरिटेशन (nose irritation) पैदा करता है, नाक के अंदुरुनी त्वचा (nasal membrane) में पपड़ी बनता है, खुजली पैदा करता है और फिर नकसीर फुट कर निकलता है।चाहे वो गर्मी में सूखे मौसम के कारण हो या फिर शुष्क हवाओ के कारण। 1 - नकसीर होने पर सर्वप्रथम अपने नाक की बजाय मुंह से सांस लें। 2 -नाक से खून बहने पर सिर को सामने की ओर झुकाना चाहिए ताकि खून गले में न जाए। 3 - अपनी नाक के दोनों नथुनों को करीब 8 से 10 मिनट तक कसकर दबा लें। मगर इतना कस कर न दबाएं की आपको तकलीफ हो। 4 - कपड़े में बर्फ लपेटकर बच्चे की नाक पर रखने से भी नाक से गिरने वाला खून बंद हो जाता है। ऐसा करने से रक्त नालिकाओं में संकुचन होता और खून निकलना बंद हो जाता है 5 - ठंडे पानी की धार लगातार सिर पर डालने से नाक से खून बहना रुक जाता है। जिन्हे नकसीर जैसी बीमारी होती है उन्हें इससे बचाव के लिए साइट्रस फलों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए। जितना ज्यादा हो सके संतरा, नीबू, माल्टा, मौसम्बी जैसे फल खाने चाहिए क्योकि इन फलों में प्रचुर मात्रा में बायोफ्लैवोनाइड्स होते हैं जो नकसीर फूटने की समस्या से आपको गर्मी, धूप और लू के मौसम में बचाएंगे।

जानिए क्यों गर्मियों के मौसम में नकसीर का फूटना ज्यादा हो जाता है

नाक से खून बहने जिसे नकसीर फूटना भी कहते हैं, का मुख्या कारण है सुखी हवा (dry air)।गर्मियों के मौसम में नकसीर का फूटना ज्यादा हो जाता है |ये नाक में इरिटेशन (nose irritation) पैदा करता है, नाक के अंदुरुनी त्वचा (nasal membrane) में पपड़ी बनता है, खुजली पैदा करता है और फिर नकसीर फुट कर निकलता है।चाहे वो गर्मी में  सूखे मौसम के कारण हो या फिर शुष्क हवाओ के कारण।नाक से खून बहने जिसे नकसीर फूटना भी कहते हैं, का मुख्या कारण है सुखी हवा (dry air)।गर्मियों के मौसम में नकसीर का फूटना ज्यादा हो जाता है |ये नाक में इरिटेशन (nose irritation) पैदा करता है, नाक के अंदुरुनी त्वचा (nasal membrane) में पपड़ी बनता है, खुजली पैदा करता है और फिर नकसीर फुट कर निकलता है।चाहे वो गर्मी में  सूखे मौसम के कारण हो या फिर शुष्क हवाओ के कारण।    1 - नकसीर होने पर सर्वप्रथम अपने नाक की बजाय मुंह से सांस लें।  2 -नाक से खून बहने पर सिर को सामने की ओर झुकाना चाहिए ताकि खून गले में न जाए।  3 - अपनी नाक के दोनों नथुनों को करीब 8 से 10 मिनट तक कसकर दबा लें। मगर इतना कस कर न दबाएं की आपको तकलीफ हो।  4 -  कपड़े में बर्फ लपेटकर बच्चे की नाक पर रखने से भी नाक से गिरने वाला खून बंद हो जाता है। ऐसा करने से रक्त नालिकाओं में संकुचन होता और खून निकलना बंद हो जाता है   5 - ठंडे पानी की धार लगातार सिर पर डालने से नाक से खून बहना रुक जाता है।  जिन्हे नकसीर जैसी बीमारी होती है  उन्हें इससे बचाव के लिए साइट्रस फलों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए। जितना ज्यादा हो सके संतरा, नीबू, माल्टा, मौसम्बी जैसे फल खाने चाहिए क्योकि इन फलों में प्रचुर मात्रा में बायोफ्लैवोनाइड्स होते हैं जो नकसीर फूटने की समस्या से आपको गर्मी, धूप और लू के मौसम में बचाएंगे।

 1 – नकसीर होने पर सर्वप्रथम अपने नाक की बजाय मुंह से सांस लें।
2 -नाक से खून बहने पर सिर को सामने की ओर झुकाना चाहिए ताकि खून गले में न जाए।
3 – अपनी नाक के दोनों नथुनों को करीब 8 से 10 मिनट तक कसकर दबा लें। मगर इतना कस कर न दबाएं की आपको तकलीफ हो।
4 –  कपड़े में बर्फ लपेटकर बच्चे की नाक पर रखने से भी नाक से गिरने वाला खून बंद हो जाता है। ऐसा करने से रक्त नालिकाओं में संकुचन होता और खून निकलना बंद हो जाता है
5 – ठंडे पानी की धार लगातार सिर पर डालने से नाक से खून बहना रुक जाता है।

जिन्हे नकसीर जैसी बीमारी होती है  उन्हें इससे बचाव के लिए साइट्रस फलों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए। जितना ज्यादा हो सके संतरा, नीबू, माल्टा, मौसम्बी जैसे फल खाने चाहिए क्योकि इन फलों में प्रचुर मात्रा में बायोफ्लैवोनाइड्स होते हैं जो नकसीर फूटने की समस्या से आपको गर्मी, धूप और लू के मौसम में बचाएंगे। 

English News

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com