कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी 21-22 सितंबर को अमेरिका से स्वदेश लौट रहे हैं. इसके बाद वह गुजरात के द्वारका से 25 सितंबर को अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करेंगे. राहुल गांधी वहां 3 दिनों की जनसंवाद यात्रा करेंगे और इस दौरान गुजरात के कई जिलों का दौरा करेंगे. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस उपाध्यक्ष की 3-3 दिनों की कुल 4 जनसंवाद यात्राएं होंगी और इसके तहत वह 12 दिनों में लगभग पूरे गुजरात का सफर तय करेंगे. यात्रा की तैयारियों को लेकर गुजरात कांग्रेस में काफी उत्साह है.
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राहुल गांधी पिछले करीब दो हफ्ते से अमेरिका में है. वहां लौटने के बाद दिसंबर में होने वाले गुजरात चुनाव के मद्देनजर वह कांग्रेस की चुनावी कैंपेन की बागडोर अपने हाथों में लेंगे. द्वारका से जनसंवाद यात्रा की शुरुआत करने के पीछे भी कांग्रेस का एक खास मकसद है. गुजरात दंगे के बाद 2002 से लेकर 2012 तक गुजरात विधानसभा चुनाव में मतदाताओं का ध्रुवीकरण धार्मिक आधार होता रहा है जिसका नुकसान कांग्रेस को हुआ है. कांग्रेस पर अल्पसंख्यक समुदाय के तुष्टिकरण का आरोप भी लगता रहा है.
ऐसे में जनसंवाद यात्रा की शुरुआत के लिए हिंदू धर्म की नगरी द्वारका का चुनाव बहुसंख्यक समुदाय को एक संकेत देने के काम भी आएगा. द्वारका हिंदुओं के पवित्र धर्मस्थल चारधाम में से एक है और इसे देवभूमि द्वारका के नाम से जाना जाता है. देश के सात प्राचीन नगरी यानि सप्तपुरी में एक नाम द्वारका का भी है. द्वारका की पहचान भगवान कृष्ण के प्राचीन साम्राज्य द्वारका राज्यके तौर पर भी है. यह भी माना जाता है कि गुजरात की पहली राजधानी द्वारका ही थी.
साफ है कि बहुसंख्यक समुदाय में संकेत देने के लिए गुजरात विधानसभा चुनाव में द्वारका से बेहतर कोई दूसरी जगह नहीं हो सकती थी. राहुल गांधी 12 दिनों की जनसंवाद यात्रा में हर दिन करीब 120 से 140 किलोमीटर का सफर तय करेंगे. यानी 12 दिनों में राहुल गांधी 1500 से 1800 किलोमीटर का रास्ता तय करेंगे. ऐसे में देखना होगा कि क्या 12 दिनों की जनसंवाद यात्रा से कांग्रेस उपाध्यक्ष 22 साल से गुजरात की सत्ता पर काबिज बीजेपी को उखाड़ फेंकने में कामयाब होगी.
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