अर्थव्यवस्था, नोटबंदी और जीएसटी पर अब सरकार और विपक्ष में आर-पार की स्थिति है. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को नोटबंदी को एक ‘ब्लंडर’ (विनाशकारी आर्थिक नीति) करार दिया था. आज मनमोहन सिंह फिर सरकार पर हमला बोल सकते हैं. गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर वह आज अहमदाबाद में प्रेस कान्फ्रेंस करेंगे, उम्मीद की जा रही है कि नोटबंदी के मुद्दे पर सरकार को घेरेंगे.नवजोत सिद्धू ने हिन्दू नेता विपन शर्मा के परिजनों के लिए किया बड़ा ऐलान…
इधर अहमदाबाद में मनमोहन सिंह सरकार पर हमला बोलेंगे तो दूसरी तरफ वित्तमंत्री अरुण जेटली नई दिल्ली से मोर्चा संभालेंगे. अरुण जेटली पूर्व पीएम के द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब दे सकते हैं. साफ है कि नोटबंदी की सालगिरह पर सरकार और विपक्ष के तेवर तल्ख हो रहे हैं. और इस जंग में अब पूर्व पीएम और मौजूदा वित्तमंत्री आमने-सामने हैं.
मनमोहन ने कहा – मोदी मानें अपनी गलती
पूर्व PM मनमोहन सिंह ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह स्वीकार करना चाहिए कि नोटबंदी का फैसला एक बहुत बड़ी गलती थी और उन्हें अपनी गलती मान कर अर्थव्यवस्था को सुधारने का काम करना चाहिए.
नौकरियों पर पड़ा सीधा असर
मनमोहन सिंह ने कहा कि ‘इसका (नोटबंदी का) तुरंत असर नौकरियों पर पड़ा है. हमारे देश की तीन चौथाई गैर-कृषि रोजगार छोटे और मझोले उद्यमों के क्षेत्र में हैं. नोटबंदी से इस क्षेत्र को सबसे अधिक नुकसान हुआ है. इसलिए नौकरियां चली गईं और नई नौकरियां पैदा नहीं हो रही हैं.’
8 नवंबर को सरकार बनाम विपक्ष
गौरतलब है कि 8 नवंबर को नोटबंदी की पहली सालगिरह है. इस मौके पर पूरे देश में विपक्ष कालाधन दिवस मनाएगा और सरकार के इस फैसले का विरोध करेगा. तो वहीं दूसरी तरफ सरकार की ओर से भी एंटी ब्लैक मनी डे मनाने की तैयारी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद रैलियों में इसका ऐलान कर चुके हैं.