नोटबंदी के फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुरजोर विरोध करने वालीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चौंका देने वाला बयान दिया है। ममता बनर्जी ने कहा है कि उन्हें पीएम मोदी से कोई शिकायत नहीं है। लेकिन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह देश में तानाशाही का माहौल तैयार कर रहे हैं। मैं नरेंद्र मोदी का समर्थन करती हूं लेकिन अमित शाह का कतई समर्थन नहीं करती। दरअसल बीते शुक्रवार (18 अगस्त) को सीएम ममता ने सीएनएन-न्यूज18 से कहा, ‘प्रधानमंत्री को दोष क्यों देना चाहिए?
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उनकी पार्टी को इसकी चिंता करनी चाहिए। अमित शाह जिस तरह से काम कर रहे हैं, उससे सभी डरे हुए हैं। शाह की सुपर तानाशाही चल रही है। एक पार्टी का अध्यक्ष मंत्रियों की बैठक कैसे ले सकता है? देश का प्रधानमंत्री कौन है। मोदी या शाह?’ गौरतलब है कि ममता की ये टिप्पणी पहले बिखरे हुए विपक्ष को और परेशान करने के लिए काफी है। हालांक दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि ममता सरकार को केंद्र की तरफ से वित्तीय सहायता की जरूरत है जो पीएम मोदी तारीफ करने का एक कारण भी हो सकता है। वहीं भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने ममता के बयान पर कहा, ‘ममता बनर्जी के बयान से साफ है कि उन्होंने मोदी की नीतियों को स्वीकार किया है। जो कि गरीबों को ऊपर उठाने सहायक है।’
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वहीं भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने आगे कहा कि ममता का बयान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की गरीब नीतियों की स्वीकृति है। उन्होंने आगे कहा कि जो भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ खड़ा होगा। ये ऐसा होगा जैसे वो गरीब और गरीबों से जुड़ी नीतियों के खिलाफ खड़ा है। ममता इस तथ्य को स्वीकार कर चुकी हैं। धीरे-धीरे पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को भी स्वीकार कर लेंगी। दूसरी तरफ भाजपा के अन्य प्रवक्ता चंद्र बोस ने सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि अमित शाह संगठनात्मक क्षमता वाले व्यक्ति हैं। इसे उन्होंने साबित भी किया है। पार्टी ने उनके नेतृत्व में कई बड़े चुनाव जीते हैं।