फोर्ब्स की 100 सर्वाधिक नवोन्मेषी कंपनियों (इनोवेटिव कंपनियां) की सूची में तीन भारतीय कंपनियां — हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स और भारती एयरटेल– शामिल हैं. वहीं इस सूची में सेल्सफोर्स डाट काम ने टेसला मोटर्स को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया है.34,000 करोड़ एंबी वैली को नीलामी से बचाने के लिए की जा रही आखिरी कोशिश…
दुनियाभर की 100 टॉप इनोवेटिव कंपनियों की इस सूची में हिदुंस्तान यूनिलीवर एचयूएल तथा एशियन पेंट्स इस बार क्रमश: सातवें और आठवें स्थान पर हैं. पिछले साल 31वें और 18वें स्थान पर थीं. वहीं भारती एयरटेल पहली बार इसमें शामिल हुई और 78वें स्थान पर रही.
पिछले साल की ऐसी सूची में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज टीसीएस, सन फार्मा तथा लार्सन एंड टूब्रो भी शामिल थी लेकिन इस साल वे इस सूची में स्थान बना पाने में विफल रहीं. इसके कारण फोर्ब्स की इस सूची में भारतीय कंपनियों की संख्या घटकर पांच से तीन रह गयी है.
क्या है इनोवेटिव कंपनी का मापदंड
दुनिया की सर्वाधिक इनोवेटिव कंपनियां उन्हें माना जाता है कि जिसके बारे में निवेशकों को उम्मीद होती है कि वे अभी और भविष्य में इनोवेटिव बनी रहेंगी. इसके अलावा सूची में शामिल होने के लिये कंपनियों को सात साल का सार्वजनिक वित्तीय आंकड़ा तथा 10 अरब डालर बाजार पूंजीकरण की जरूरत होती है.
पत्रिका ने कहा, हम केवल उन उद्योग को शामिल करते हैं जो नवप्रवर्तन के क्षेत्र में निवेश के लिये जानी जाती हैं. इसमें वे उद्योग शामिल नहीं हैं जिनका शोध एवं विकास में किये गये निवेश को मापा नहीं जा सकता. इसीलिए बैंक तथा अन्य वित्तीय सेवा प्रदाता इस सूची में शामिल नहीं होती.
ये हैं दुनिया की टॉ 10 इनोवेटिव कंपनियां
इसी प्रकार ऊर्जा और खनन कंपनियों को भी शामिल नहीं किया जाता क्योंकि इनका बाजार मूल्य नवप्रवर्तन के बजाए जिंसों के मूल्य से बंधा होता है.