एक फरवरी को एनडीए सरकार का आखिरी पूर्ण बजट
2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बजट के किसानों और गरीबों से संबंधित राजनीतिक रंग दिखने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में मीडिया को दिए गए साक्षात्कार में बजट में कड़े आर्थिक फैसलों के संकेत दिए। सत्र के सुचारु संचालन के लिए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने रविवार को सर्वदलीय बैठक की। सरकार ने भी सभी दलों के साथ बैठक कर शांतिपूर्ण संचालन की गुजारिश की।
तीन तलाक बिल को पारित कराने पर जोर देगी सरकार
बजट सत्र में सरकार एक बार में तीन तलाक देने संबंधी बिल को राज्यसभा से पारित कराने की पूरी कोशिश करेगी। हालांकि विपक्ष ने अपने पुराने विरोधी रुख पर कायम रहने के संकेत दिए हैं। वह बिल में कई संशोधनों पर अड़ा हुआ है। यह बिल लोकसभा से पारित पास हो चुका है। शीतकालीन सत्र में सरकार के अल्पमत में होने के चलते बिल राज्यसभा में अटक गया था। इसके अलावा सरकार ओबीसी समेत कई अन्य बिलों को भी पेश कर सकती है।
बेरोजगारी, सांप्रदायिक माहौल पर घेरेगा विपक्ष
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान विपक्ष बेरोजगारी, किसानों की बदहाली और सांप्रदायिक माहौल पर सरकार को घेरेगा। सरकार की नीति की दिशा को दर्शाने वाले राष्ट्रपति के अभिभाषण में ठोस आर्थिक सुधार, रोजगार सृजन और गरीबों को मिलने वाली सामाजिक और आर्थिक ताकत का जिक्र रहने की संभावना है।