घरेलू मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री को चीन से होने वाले सस्ते आयात से बचाने के लिए सरकार ने एक और उत्पाद पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी लगा दी है. वित्त मंत्रालय ने चीनी रेडियन टायरों पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी लगाई है. ये टायर बस, लॉरी और ट्रकों में इस्तेमाल किए जाते हैं.
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यह एंटी-डंपिंग ड्यूटी 5 साल के लिए लगाई गई है. हालांकि सरकार चाहे तो वह इसे पहले भी खत्म कर सकती है. संबंधित अथॉरिटी की तरफ से सुझाव मिलने के बाद वित्त मंत्रालय ने यह कदम उठाया है. रेवेन्यू डिपार्टमेंट ने 245.35 डॉलर प्रति टन से 452.33 डॉलर प्रति टन एंटी-डंपिंग ड्यूटी लगाई है.
ऑटोमोटिव टायर मैन्युफैक्चरर्स ने अपोलो टायर्स, जेके टायर इंडस्ट्रीज और सीएट लिमिटेड की तरफ से याचिका दायर की थी. इसके बाद ही यह फैसला लिया गया है. इससे पहले अगस्त में सरकार ने चीन से आने वाले केमिकल कंपाउंड पीटीएफई और नॉन-स्टिक कोटिंग पर लगाई गई एंटी-डंपिंग ड्यूटी को भी 5 साल के लिए बढ़ा दिया था. यह कदम भी घरेलू मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री के हित की खातिर लिया गया था.
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