पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उनकी फॉर्म और भविष्य को लेकर लगातार चर्चा होती रही हैं। लेकिन कप्तान विराट कोहली का मानना है कि अगले तीन महीनों में सीमित ओवरों के कई मैच होंगे, जिससे इस पूर्व कप्तान को अपनी लय हासिल करने में मदद मिलेगी।
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धोनी अभी अच्छी फार्म में नहीं हैं, लेकिन कोहली को उम्मीद है कि इस सत्र में सीमित ओवरों के 24 मैचों से धोनी फिर से अपनी असली फॉर्म में लौटने में सफल रहेंगे। कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे की पूर्व संध्या पर पत्रकारों से कहा, ‘‘इस सत्र में हमें खिलाड़ियों की भूमिका परिभाषित करने में मदद मिलेगी। इससे हम विश्व कप से पहले उन्हें अपनी भूमिका में खरा उतरने के लिए समय दे पाएंगे।
इससे हमें पता चलेगा कि कुछ खास परिस्थितियों में एक खिलाड़ी को क्या करने की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इससे पहले धोनी जैसे खिलाड़ियों को भी मदद मिलेगी क्योंकि अब वह टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलते हैं। लगातार मैचों से उन्हें अंतरराष्ट्रीय मैचों में लय हासिल करने और उसे बरकरार रखने में मदद मिलेगी।’’ कोहली का मानना है कि यह अपने अंदर अच्छी आदतों को विकसित करना और उन्हें विश्व कप तक बनाए रखने से जुड़ा है।
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए यह धोनी सहित टीम में मौजूद सभी खिलाड़ियों के लिये अच्छी आदतें विकसित करने और उन्हें एक निश्चित समय तक बरकरार रखने का मौका है।’’ कोहली का यह भी मानना है कि चाइनामैन कुलदीप यादव की तुलना में अक्षर पटेल अधिक उपयोगी क्रिकेटर है और यही वजह है कि उन्हें पहले वनडे में अंतिम एकादश में रखा गया।
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उन्होंने कहा, ‘‘यह टीम में बायें हाथ के दो स्पिनरों की मौजूदगी से जुड़ा है, जिसके कारण पहले मैच में कुलदीप नहीं खेल पाया। कुलदीप पर अक्षर को तरजीह इसलिए दी गई, क्योंकि वह काफी अच्छी बल्लेबाजी करता है और उसका क्षेत्ररक्षण भी अच्छा है। कुलदीप को पूर्व में भी मौके मिले हैं। गौरतलब है कि भारत ने वन डे सीरीज का जीत से आगाज किया है। पहला मैच उसने 9 विकेट से जीता था। 24 अगस्त को दूसरा मैच खेला जाएगा।