‘मिशन गगनयान’ के लिए भारत और फ्रांस मिलकर करेंगे काम

फ्रांस और भारत ने मिशन गगनयान के लिए एक कार्यकारी समूह की घोषणा की है। भारत और फ्रांस के बीच कार्यकारी समूह की घोषणा फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी के अध्यक्ष जीन-यवेस ली गैल द्वारा बेंगलुरु स्पेस एक्सपो के छठे संस्करण में की गई । भारत 2022 से पहले अंतरिक्ष में तीन इंसानों को भेजने की योजना बना रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन का मिशन महत्वपूर्ण है। इस मिशन के बाद भारत रूस, अमेरिका और चीन के बाद मानव अंतरिक्ष उड़ान शुरू करने वाला चौथा देश बन जायेगा।

इसरो और फ्रांसीसी स्पेस एजेंसी सीएनइएस स्पेस मेडिसिन, अंतरिक्ष यात्री स्वास्थ्य निगरानी, जीवन समर्थन, विकिरण संरक्षण, अंतरिक्ष मलबे संरक्षण और व्यक्तिगत स्वच्छता प्रणालियों के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता का संयोजन करेगी। इंजीनियरिंग टीमों ने इस बारें चर्चा शुरू कर दी है और यह अनुमान लगाया गया है कि माइक्रोग्रैविटी एप्लीकेशन और अंतरिक्ष संचालन या एमइडीइएस अंतरिक्ष क्लिनिक के विकास के लिए सीएडीएमओएस केंद्र जैसे बुनियादी ढांचे का उपयोग भविष्य के भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों के प्रशिक्षण के साथ-साथ विशेषज्ञ कर्मियों के आदान-प्रदान के लिए किया जाएगा। भारत और फ्रांस की मंगल, शुक्र और क्षुद्रग्रहों पर काम करने की भी योजना है। इस बात की घोषणा फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी के अध्यक्ष जीन-यवेस ली गैल द्वारा की की गयी।

भारत 2022 से पहले अंतरिक्ष में मानव मिशन को भेजने की योजना पर काम कर रहा है। भारत अपने पहले मानव मिशन में तीन यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजेगा। इस मिशन के दौरान तीन अतंरिक्ष यात्री 5 से 7 दिन तक अंतरिक्ष में रहेंगे। इस बार स्वतंत्रता दिवस पर भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने भारत के पहल मानव मिशन की घोषणा की थी। गौरतलब है कि स्पेस एक्सपो का 6वां संस्करण आज से शुरू हो चुका है। देश की टेक राजधानी बेंगलुरु में यह एक्सपो 6 से 8 सितंबर तक चलेगा।
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