लालू यादव की बेटी मीसा भारती के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने मीसा भारती के बिजवासन इलाके स्थित फॉर्म हाउस को अटैच किया. यह फॉर्म हाउस मीसा और उनके पति शैलेश का है. गौरतलब है कि ईडी मीसा और शैलेश के जवाबों से संतुष्ट नहीं है. यह फार्म हाउस शैल कंपनियों के जरिए आए धन से खरीदा गया था. चार शैल कंपनियों के जरिए 1 करोड़ 20 लाख रुपये आए थे. इसी पैसे से यह खरीद हुई. साल 2008-09 में शैल कंपनियों के जरिए पैसा आया था जब लालू यादव रेलमंत्री थे. इस मामले में जांच की आंच लालू तक भी पहुंच सकती है. सीबीआई और ईडी इस मामले में जांच कर रही है.
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ईडी ने मीसा और शैलेश के ठिकानों पर 8 जुलाई को भी छापेमारी की थी और दोनों से पूछताछ हुई थी. वहीं मीसा के सीए राजेश अग्रवाल के खिलाफ ईडी आरोपपत्र दायर कर चुका है. राजेश फिलहाल तिहाड़ जेल में है.
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ईडी ने सीए राजेश अग्रवाल, व्यवसायी भाइयों सुरेंद्र जैन व वीरेंद्र जैन और अन्य कंपनियों सहित 35 अभियुक्तों के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया है. अग्रवाल पर जैन बंधुओं, सुरेंद्र जैन और वीरेंद्र जैन की मदद से संदिग्ध लेनदेन के जरिए काले धन को सफेद करने का आरोप है. ईडी ने जैन बंधुओं को 20 मार्च को गिरफ्तार किया था. ईडी ने मई में इस मामले में अपना पहला आरोप-पत्र दायर किया था. इसके बाद 22 मई को अग्रवाल को गिरफ्तार किया था.