सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने लोहिया ट्रस्ट के चार सदस्यों की ट्रस्ट से छुट्टी कर दी है। ये चारों सदस्य सपा के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी हैं। लोहिया ट्रस्ट की वार्षिक बैठक में ट्रस्ट के अध्यक्ष की हैसियत से मुलायम सिंह ने यह फैसला किया।BJP नेता बताकर दबंग ने महिला की असमत लूटने की कोशिश की!
मुलायम ने मंगलवार को लोहिया ट्रस्ट की वार्षिक बैठक बुलाई थी। अध्यक्ष मुलायम सिंह के अलावा सदस्य शिवपाल यादव और भगवती सिंह बैठक में शामिल होने पहुंचे। ट्रस्ट के सदस्य राम गोपाल यादव और अखिलेश यादव को भी आमंत्रित किया गया था लेकिन ये दोनों बैठक में नहीं पहुंचे। मुलायम ने अखिलेश के करीबी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन, ऊषा वर्मा और आलोक शाक्य की ट्रस्ट से सदस्यता रद्द कर दी।
इनके स्थान पर राम नरेश यादव, राम सेवक यादव, राजेश यादव और दीपक मिश्रा को जगह दी गई है। राम नरेश और राम सेवक यादव परिवार से हैं जबकि राजेश यादव हरदोई से संबंध रखते हैं और शिवपाल के करीबी हैं। दीपक मिश्रा भी शिवपाल के करीबी हैं।
शिवपाल की चाहत, परिवार फिर हो एक
लोहिया ट्रस्ट की बैठक के बाद शिवपाल यादव मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने बताया कि नेताजी (मुलायम सिंह) की अध्यक्षता में लोहिया ट्रस्ट की बैठक हुई। इसमें राम मनोहर लोहिया के विचारों के प्रचार-प्रसार पर विस्तार से चर्चा की गई।
अखिलेश और रामगोपाल के बैठक में न आने पर कहा, सभी को आमंत्रित किया गया था और पहले से सूचना दी गई थी। हो सकता है कि व्यस्तता के चलते ये दोनों नहीं आ पाए हों। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगली बैठक में ये लोग आएंगे। शिवपाल ने कहा, हम चाहते हैं कि पार्टी और परिवार एक रहे। सपा में बिखराव की खबरें बेबुनियाद हैं।