यूपी विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान विस्फोटक मिलने के बाद जांच एजेंसियों को शुक्रवार देर रात फिर से संदिग्ध पदार्थ मिला है। इस खबर के मीडिया में आने के बाद कुछ चैनलोंं ने फिर से विस्फोटक मिलने न्यूज चला दी जिस पर यूपी एटीएस आईजी असीम अरुण ने स्पष्टीकरण भा दिया।
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उन्होंने बताया कि एटीएस की चेकिंग के दौरान पान मसाले वगैरह के पैकेट वगैरह मिले थे। चैनल ने जिस पैकेट का जिक्र किया है उसमें मैग्नीशीयम सल्फेट मिला है। ये पदार्थ पैकिंग मैटीरियल में ड्राइंग एजेंट के रूप में प्रयोग किया जाता है। एटीएस ने इसको कब्जे में ले लिया है। जरूरत होगी तो इसका वैज्ञानिक परीक्षण किया जाएगा।
बात दें कि बुधवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की तीसरी सीट पर कुशन के नीचे संदिग्ध पाउडर मिला था। इसे जांच के लिए एफएसएल भेजा गया तो खतरनाक विस्फोटक पीईटीएन की पुष्टि हुई। इसके बाद सीएम ने मामले को बेहद गंभीरता से लिया और पूरे दिन अफरा-तफरी का माहौल रहा।
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असीम अरुण ने बताया कि इस मामले में जो भी चश्मदीद हैं, सभी से पूछताछ की जाएगी।
डीजीपी सुलखान सिंह ने बताया कि फिलहाल हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कर जांच एटीएस के सुपुर्द कर दी गई है। एनआईए से जांच कराए जाने के लिए केंद्र को पत्र भेजा जा रहा है। एनआईए को केस स्थानांतरित होने में समय लगेगा। अभी उसकी टीम सहयोगी की भूमिका में है।
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