बॉलीवुड के निर्माता-निर्देशक लंबे समय से इस बात का तोड़ ढूंढ़ने में लगे हैं कि किस तरह फिल्मों की पायरेसी को रोका जाए. महाराष्ट्र सरकार ने पायरेसी के खिलाफ एक कारगर कदम उठाया है. अब उड़ता पंजाब और माझी द माउंटेनमैन जैसी फिल्में लीक नहीं हो सकेंगी.अब रणबीर के रंग में रंगी दिख रही हैं दीपिका पादुकोन, नाइटी पहन डिनर पर निकलीं!
GST से क्या बढ़ेगा फिल्मों की पायरेसी का बाजार?
महाराष्ट्र राज्य में देश का पहला एंटी पायरेसी स्क्वायड पिपको (लंदन के मेट्रोपोलिटन पुलिस के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी क्राइम यूनिट की तरह) सक्रिय होने जा रहा है. इसके जरिए पायरेसी से लड़ा जा सकता है. जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र सायबर सेल ने ये पहल की है. सेल एक एंटी पायरेसी स्क्वायड बनाकर खास तौर पर बॉलीवुड, हॉलीवुड और कमर्शियल वीडियो के लिए काम करेगा.
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डीसीपी बालसिंह राजपूत ने हाल ही में लंदन के पिपको से अपनी तीन महीने की ट्रेनिंग कंपलीट की है. अब महाराष्ट्र सायबर सेल मोशन फिल्म एसोसिएशन की मदद से एक स्क्वायड बनाएगा. ये एक पायलट प्रोजेक्ट है. शुरू में इसमें 9-10 लोग रहेंगे. आधे सायबर डिपार्टमेंट से और आधे मोशन फिल्म एसोसिएशन से होंगे. इसका ऑफिस वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में होगा.
गेम ऑफ थ्रोन्स लीक: पुलिस ने चार को गिरफ्तार किया
प्रोड्यूसर मुकेश भट्ट ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस की इस पहल का स्वागत किया है. उन्होंने कहा, यह कदम वहां उठाया गया है, जहां सौ साल पहले भारतीय सिनेमा की शुरुआत हुई थी. ये उस इंडस्ट्री के लिए मददगार होगा, जो पायरेसी के कारण मरती जा रही है.
बात दें कि उड़ता पंजाब और माझी द माउंटेनमैन सहित कई फिल्मों के लीक होने से प्रोड्यूसर्स को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. भारत में यह गोरखधंध चरम पर है.