मनीकन्ट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक स्नैपडील ने प्रतिद्वंदी फ्लिपकार्ट के विलय के लिए एक नन बैंडिंग लेटर ऑफ इनटेंट (एलओाई) पर सहमति व्यक्त की है। हालांकि नेक्सस ने इस सौदे पर सहमति जता दी है लेकिन सौदे की शर्तों को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है। स्नैपडील की ओर से सौदे को हरी झंडी मिलने के बाद सॉफ्टबैंक द्वारा टाइगर ग्लोबल के साथ बातचीत शुरू करने की उम्मीद है। टाइगर ग्लोबल फ्लिपकार्ट की निवेशक है। माना जा रहा है कि वास्तविक विलय में थोड़ा समय लगेगा। एक अन्य सूत्र ने कहा, ‘फ्लिपकार्ट इसमें कम से कम एक माह ले सकती है।’
गौरतलब है कि सॉफ्टबैंक कहा था कि उसे वर्ष 2016-17 के दौरान स्नैपडील में उसे अपने निवेश पर एक अरब डॉलर (6,500 करोड़ रुपये) का घाटा हुआ है। यह उतनी ही राशि है, जितनी उसने अपने घरेलू मार्किटप्लेस में लगायी थी। सॉफ्टबैंक की वर्तमान में स्नैपडील में 30 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी है, जबकि नेक्सस की करीब 10 फीसदी और कलारी की कंपनी में आठ फीसदी हिस्सेदारी है।