पुलिस भी चकरा गई

अभियोजन पक्ष ने उच्च न्यायालय को बताया कि खॉ किम सुन ने कार की डिग्गी में कार्बन मोनोआक्साइड गैस से  योगा बॉल को छोड़ दिया था. जिसके चलते इसमें से गैस धीरे-धीरे लीक हुई और इसी के कारण उन दोनों की मौत हो गई. पुलिस को वर्ष 2015 में सड़क किनारे खड़ी पीले रंग की मिनी कूपर कार में ऐनेस्थेटिस्ट खॉ किम सुन की पत्नी और 16 साल की बेटी मृत मिली थी. कार लॉक थी. इस मामले को देखकर एक बारगी पुलिस भी चकरा गई थी.

दोनों को उसी अस्पताल में मृत घोषित किया गया था जहां खॉ किम सुन काम करता था. दोनों के पोस्टमार्टम में इस बात की पुष्टि हुई थी कि उनकी मौत कार्बन मोनोआक्साइड के कारण हुई थी. पुलिस ने  कार की डिग्गी से योग बॉल बरामद की थी, हालांकि उस वक्त उसकी गैस निकल चुकी थी. ऐनेस्थेटिस्ट खॉ ने हालांकि इस मामले में खुद को निर्दोष बताया है उसका कहना है कि उसने इस वारदात को अंजाम नहीं दिया है.

लेकिन पुलिस उसे ही दोषी मानते हुए मामले की जांच कर रही है. अभियोजन पक्ष ने अपनी दलील पेश करते हुए कोर्ट को बताया कि ऐनेस्थेटिस्ट खॉ (53) मलेशियाई नागरिक है और उसका किसी और से संबंध था लेकिन उसकी पत्नी उसे तलाक देना नहीं दे रही थी. जिसके चलते उसने बेहद शातिराना अंदाज में अपनी पत्नी और बेटी को मौत के घाट उतारते हुए अपने रास्ते से हटा दिया.(इनपुट एजेंसी)