भारतीय पुरुष हाॅकी टीम ने देश के नाम ओलंपिक में ब्राॅन्ज मेडल किया है। खास बात ये है कि 41 सालों से भारत ने एक भी पदक नहीं जीता था और अब इस पदक के साथ भारत में हाॅकी के ओलंपिक मेडल का सूखा खत्म हो गया है। वैसे तो पूरी टीम की बदौलत इस पदक को देश में लाया गया है फिर भी टीम के 4 अहम खिलाड़ियों के बारे में जान लेते हैं जो न होते तो शायद ही ये पदक भारत के नाम हो पाता और यहां मेडल का सूखा भी नहीं मिट पाता।
1. सिमरनजीत सिंह
मैच के पहले ही क्वार्टर में जर्मनी ने गोल कर दिया और भारत पीछे चला गया। हालांकि भारत ने अच्छी वापसी की और दूसरे ही क्वार्टर के कुछ मिनटों में सिमरनजीत सिंह ने जर्मनी के खिलाफ गोल दाग दिया। उनके गोल से उस वक्त मैच बराबरी पर हो गया।
2. हार्दिक सिंह
दूसरे क्वार्टर में दोनों टीमों ने जम कर एक–दूसरे के खिलाफ गोल किए। इस क्वार्टर में जर्मनी ने दो तो भारत ने भी उसके खिलाफ तीन गोल किए। इस क्वार्टर में पहले तो जर्मनी 3-1 से आगे चल रहा था फिर टीम के हार्दिक सिंह ने पेनल्टी कार्नर का फायदा उठाते हुए जबरदस्त गोल किया इससे भारत का स्कोर 2-3 हो गया।
3. हरमनप्रीत सिंह
इसके बाद भारतीय टीम ने करीब 3 मिनट में ही दो गोल कर दिए। हरमनप्रीत ने भारत की ओर से तीसरा गोल पेनल्टी मिलने पर किया था। इस वक्त 3-3 से स्कोर बराबर हो गया था। इस तरह से दूसरे क्वार्टर में दोनों टीमों की ओर से टोटल 5 गोल किए गए।
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4. रुपिंदर पाल सिंह
वहीं तीसरे क्वार्टर में भारत के रुपिंदर पाल सिंह ने 29वें मिनट में एक शानदार गोल दागा। इसकी वजह से भारत ने 4-3 की बढ़त हासिल कर ली व जीत के और करीब पहुंच गया। वहीं इनके गोल करने के 5 मिनट के अंदर ही सिमरनजीत सिंह ने जर्मनी के खिलाफ 5वां गोल भी दाग दिया। इससे भारत ने 5-3 की बढ़त बना ली थी। वहीं कुछ मिनट बाद पेनल्टी कार्नर पर जर्मनी की ओर से चौथा गोल किया गया तो स्कोर 5-4 हो गया था। इस कांटे की टक्कर में भी आखिर में भारत ने ब्राॅन्ज अपने नाम कर ही लिया।
ऋषभ वर्मा