नई दिल्ली: योगी सरकार ने पिछले एक महीने के कार्यकाल में युवाओं के लिए एक मत्वपूर्ण फैसला लिया। प्रदेश के युवाओं को अब रोजगार दिया जाएगा।
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वैकल्पिक ऊर्जा यानी सौर ऊर्जा के जरिये उत्तर प्रदेश का अंधेरा दूर करने के लिए योगी सरकार सभी जिलों, शहरों और तहसीलों में सूर्य मित्रों की नियुक्ति करेगी।
सूर्य मित्रों का काम सौर ऊर्जा के उपकरणों का प्रचार-प्रसार करना होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस अनूठी योजना के तहत 25,000 युवाओं को रोजगार दिया जाएगा।
सूर्य मित्र प्रदेश के शहरों और गांवों में सौर ऊर्जा से चलने वाले सस्ते उपकरण लोगों तक पहुंचाएंगे और उनके इस्तेमाल के फायदे बताएंगे। अभी तक सौर ऊर्जा उपकरणों के वितरण का काम सरकारी योजना के तहत दिए जाने वाले आवासों में ही किया जा रहा था। पहली बार उत्तर प्रदेश सरकार सौर ऊर्जा उपकरणों के वितरण के लिए अलग से एक प्रभाग बनाएगी।
बीते दो सप्ताह से अपनी समीक्षा बैठकों के लिए सुर्खियां बटोरने वाले मुख्यमंत्री योगी इन बैठकों में न सिर्फ विभागों की आलोचनात्मक समीक्षा कर रहे हैं बल्कि सूबे के विकास का रोडमैप भी तैयार कर रहे हैं। ऐसी ही एक समीक्षा बैठक का नतीजा है सूर्य मित्र। इसके जरिये यूपी के 25 हजार युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य है। अपने नाम के अनुरूप ही सूर्य मित्र का सीधा रिश्ता सौर ऊर्जा से है। इस योजना के पहले चरण में 10 हजार युवाओं को रोजगार दिया जाएगा।
वैकल्पिक ऊर्जा विभाग के संस्थान यूपीनेडा के जरिये फिलहाल सौर, जैविक, पवन ऊर्जा, सूक्ष्म पनबिजली और ऊर्जा संरक्षण का काम किया जा रहा है। पूर्ववर्ती मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने की योजना बनाई थी और अब योगी सरकार इसे रोजगार से जोड़कर आगे ले जाने वाली है।
यूपीनेडा के एक अधिकारी ने बताया कि मई के पहले हफ्ते से आवेदन लिए जाएंगे और लगभग 3 हफ्ते बाद परीक्षा होगी। सफल अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण देकर अलग अलग इलाकों में तैनात किया जाएग। विभागीय समीक्षा के दौरान जब इस संभावना पर चर्चा चल रही थी, तब खुद योगी आदित्यनाथ ने इसे सूर्य मित्र नाम दिया। सूर्य मित्र का काम मुख्य रूप से मार्केटिंग का होगा।
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