लॉयन न्यूज, बांसवाड़ा। राजस्थान के बांसवाड़ा जिल के सरकारी एमजी अस्पताल के जननी वार्ड में सोमवार को 4 दिन के नवजात के हाथ को चूहों ने बुरी तरह कुतर दिया। तब वार्ड में बिजली सप्लाई भी बंद थी। बाद में जब बिजली आई तो लहू-लुहान हाथ देखकर घटना का पता चला।सीन की आड़ में रियल रेप हुआ था इस बड़ी एक्ट्रेस के साथ, और फिर किया ये…
चंदूजी का गढ़ा गांव की रहने वाली प्रियंका की 4 दिन पहले इस अस्पताल में नॉर्मल डिलेवरी हुई, जिसमें उसने बेटे को जन्म दिया। सोमवार तडक़े करीब 5 बजे चूहों ने बेटे का हाथ जख्मी कर दिया था। उसके हाथ में कई जगह चूहों ने कुतरा था। इस घटना के बाद वार्ड में मौजूद सभी नवजातों के परिजन सकते में गए। कुछ तो चूहों के आतंक के चलते दिनभर नवजात के पास ही निगरानी करते रहे।
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अस्पताल में चूहों के मरीज को कुतरने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी ट्रोमा वार्ड में भर्ती मरीज और उनके सामान को कुतरने की आए दिन शिकायतें बनी रही है। यहां दिन में भी चूहे उछल-कूद करते नजर जाते हैं। इससे कई बार ऑक्सीजन देने वाली मशीन की नली कुतरने का भी खतरा बना रहता है।
कहने के बाद भी शर्मनाक स्थिति : सीएमएचओ
पहले भी शिकायतें मिल चुकी हैं। बांसवाड़ा में ग्रेड के राजकीय एमजी अस्पताल में शर्मनाक स्थिति है। हमने हर बार बैठकों में कहा है कि अस्पताल के वार्ड प्रभारियों को साफ-सफाई पर खुद निगरानी रखनी चाहिए। इसके लिए उन्हें बजट मिलता है। कहीं भी गंदगी और चूहों की उछल-कूद दिखती है तो इसके लिए वार्ड प्रभारी जिम्मेदार हैं। आखिर चूहे पकडऩे वालों की मदद क्यों नहीं ली जाती।