आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के उपमुख्यमंत्री बेटे तेजस्वी यादव के भविष्य को लेकर 18 जुलाई को कोई निर्णायक फैसला हो सकता है. 7 जुलाई को लालू के घर पर सीबीआई के छापे पड़ने के बाद से ही तेजस्वी यादव पर इस्तीफा देने का दबाव बनाया जा रहा है. गौरतलब है कि बेनामी संपत्ति अर्जित करने के मामले में सीबीआई ने लालू, राबड़ी देवी के अलावा तेजस्वी यादव के खिलाफ FIR दर्ज की है.
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जेडीयू ने साफ कर दिया है कि नीतीश कुमार किसी भी हाल में भ्रष्टाचार से समझौता नहीं करने वाले हैं और ऐसे में तेजस्वी यादव को अपना पद छोड़ना पड़ेगा मगर दूसरी तरफ लालू ने भी ऐलान कर दिया है कि किसी भी कीमत पर उनका बेटा उप मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देगा.
ऐसे हालात में गेंद अब नीतीश कुमार के पाले हुए हैं कि वह तेजस्वी को अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त करते हैं या फिर भ्रष्टाचार से समझौता नहीं करने के मुद्दे को लेकर खुद इस्तीफा देते हैं.
जेडीयू ने रविवार को अपने पार्टी विधायकों की बैठक भी बुलाई है लेकिन इस बैठक में मुख्य तौर पर सोमवार को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर चर्चा होगी और पार्टी के सभी 71 विधायक किस तरीके से एकजुट रहे और क्रॉस वोटिंग न करें इसको लेकर रणनीति तैयार की जाएगी.
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 2 दिन पहले नीतीश से बात की थी और उन्हें राष्ट्रपति चुनाव होने तक तेजस्वी पर कोई फैसला नहीं लेने के लिए मनाया था. ऐसे में अब संभव है कि तेजस्वी के नीतीश मंत्रिमंडल में बने रहने को लेकर 18 जुलाई को कोई बड़ा फैसला हो सकता है.
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