गुजरात में शुक्रवार रात से शुरू हुई तेज बारीश की वजह से मोरबी, राजकोट, सुरेंद्रनगर, बनासकांठा सहित 20 तहसीलों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं. इस बाढ़ की वजह से जहां अब तक तीन लोगों की जान चली गई, वहीं एनडीआरएफ की टीम ने 6 लोगों को बचाया है. वहीं सरकार ने बाढ़ में फंसे लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर- 1077 जारी किया है.यूपी विधानसभा में चेकिंग के दौरान फिर से एजेंसियों को मिला संदिग्ध पदार्थ…
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, गुजरात के राजकोट में पिछले 24 घंटों के दौरान 17 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई. इस वजह से शहर और आसपास के इलाके जलमग्न हो गए. राजकोट को ज्यादातर इलाकों में पानी घरों के अंदर घुस आया. राजकोट का रिंग रोड भी इस तेज बारिश की वजह से नदी जैसा दिखने लगा. राजकोट के अलावा मोरबी जिले में पिछले 24 घंटों में हुई 12 इंच से ज्यादा बारिश ने इलाके हाल बेहाल कर दिया.
इस मूसलाधार बारिश की वजह से मोरबी की मच्छु नदी पर बने बांध के दरवाजे खोलने पड़े. वहीं राज्य के 7 बांध खतरे की निशान के ऊपर, जबकि 4 बांध खतरे की निशान पर बह रहे हैं. इसके अलावा जामनगर में रंगमती नदी भी पुरी उफान पर बह रही है.
गुजरात के विभिन्न इलाके में हुई इस मूसलाधार बारिश की वजह से 3 लोगों की पानी में बहने से मौत हो गई. वहीं सुरेंद्रनगर में घोलीधजा बांध से भी पानी छोड़े जाने की वजह से 6 लोग भोगावों में फस गए. हालांकि एनडीआरएफ की टीम ने उन्हें समय रहते बचा लिया.
इस बारिश की वजह से पेदा हुए हालात को लेकर गुजरात सरकार ने रिव्यु मिटींग बुलायी गई. सरकार सभी जगहों पर एहतिआतन एनडीआरएफ कि टीम को रेस्क्यु के काम में लगा दिया है.
अब तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक, एनडीआरएफ ओर फायरब्रिगेड की टीम ने अब तक 100 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यु किया है. वहीं अब तक 5000 से ज्यादा लोगों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. वहीं मौसम विभाग के मुताबिक, मध्य प्रदेश में पेदा हुए कम दबाव के चलते आने वाले 24 घंटे में गुजरात में भारी बारिश हो सकती है.