वजन न बढ़ने के लिए कई तरह की चीजें उत्तरदायी होती हैं। आयुर्वेद के मुताबिक जिन लोगों को वात दोष होता है, ऐसे लोग हमेशा बीमार रहते हैं। खान-पान में अनियमितता की वजह से शरीर में मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है। शरीर में कम कैलोरी ऊर्जा पहुंचती है। ऐसे में शरीर वजन बढ़ना मुश्किल हो जाता है। मोटापा बढ़ाने की तमाम दवाएँ बाजार में मौजूद हैं, लेकिन अगर उन दवाओं के इस्तेमाल से वजन नहीं बढ़ रहा तो आपको कुछ जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल करना चाहिए। आज हम आपको ऐसी ही कुछ जड़ी-बूटियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे मोटापा बढ़ता है।
हालांकि इन जड़ी बूटियों का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता लेकिन फिर भी इनका इस्तेमाल करने से पहले आपको किसी आयुर्वेदाचार्य से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
मेथी – मेथी एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो वजन बढ़ाने की सर्वोत्तम औषधि मानी जाती है। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने, रक्त में ग्लूकोज को नियंत्रित करने और कब्ज में काफी फायदेमंद होता है। इसका उपयोग करने के लिए आप इसके बीज का सेवन कर सकते हैं। इसके कैप्सूल्स भी बाजार में आसानी से मिल जाते हैं। आप उसका भी सेवन कर सकते हैं। इसके पाउडर के इस्तेमाल की भी सलाह आयुर्वेदाचार्यों द्वारा दी जाती है।
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किरात – किरात के सेवन से तेज भूख लगती है। अधिक खाने से वजन बढ़ना स्वाभाविक है। इसके अलावा यह अपच सहित अन्य कई तरह की बीमारियों को भी दूर करने का काम करता है।
कैमोमाइल – वजन बढ़ाने के लिए ज्यादा खाने की जरूरत पड़ती है। ज्यादा खाने के लिए पहले खाया हुआ खाना ठीक से पचना चाहिए। ऐसे में कैमोमाइल आपके काम आ सकता है। इसका प्रयोग खाने को पचाने में किया जाता है। इसका उपयोग कैंसर के इलाज में भी होता है। साथ ही साथ दिमागी चिंता और तनाव की समाप्ति के लिए भी यह औषधि काफी उपयोगी है।
सत्वारी कल्प – सत्वारी कल्प मोटापा बढ़ाने की सबसे प्रभावी औषधियों में से एक है। जननांगो की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए भी इसका सेवन किया जाता है।
अश्वगंधा – अश्वगंधा खाने से भूख बढ़ती है। यह रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में अहम योगदान देता है तथा तनाव से राहत दिलाता है।