बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नवंबर में 4 दिनों की विदेश यात्रा के दौरान मॉरीशस जाएंगे. 3 नवंबर को मॉरीशस में होने वाले प्रवासी भारतीयों के समारोह में नीतीश कुमार को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है.डेरा की 45 सदस्यीय कमेटी से पूछताछ करेगी पंचकूला पुलिस..!
साल 2005 में मुख्यमंत्री बनने के बाद नीतीश की मॉरीशस की यह दूसरी यात्रा होगी. इससे पहले 2007 में मॉरीशस का दौरे पर गए थे. मॉरीशस सरकार ने 3 नवंबर को 183वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है जिसमें नीतीश कुमार को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है.
26 सितंबर को भारत में मॉरीशस के राजदूत जगदीश्वर गोवर्धन ने नीतीश से पटना में मुलाकात की थी और इस प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शिरकत करने के लिए आमंत्रित किया था जिसे नीतीश ने सहर्ष स्वीकार कर लिया था. नीतीश के मॉरीशस यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री सचिवालय में तैयारियां शुरू हो गई है और कार्यक्रम भी तय किए जा रहे हैं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार नीतीश कुमार 2 नवंबर को मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुइस पहुंचेंगे और वहां के राष्ट्रपति अमीना गरीब फकीम तथा प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ से मुलाकात करेंगे. उस दिन शाम में नीतीश कुमार एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे जहां मॉरीशस में बसे बिहारी मूल के लोगों से मुलाकात करेंगे. 4 नवंबर को नीतीश रामायण सर्किट का भ्रमण करेंगे.
गौरतलब है कि, मॉरीशस में बसे 60 फ़ीसदी जनसंख्या भारतीय मूल के लोगों की है, जिसमें से अधिकतर बिहार के रहने वाले हैं और जिनकी मातृभाषा भोजपुरी है.
दिलचस्प बात यह है कि इसी साल मई के महीने में नीतीश कुमार अपने दिल्ली दौरे के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के निमंत्रण को ठुकराते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भोज में शिरकत किया था.
यह भोज प्रधानमंत्री मोदी ने भारत दौरे पर आए मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ के सम्मान में दिया था. इस भोज के दौरान नीतीश कुमार की मॉरीशस के प्रधानमंत्री से मुलाकात भी हुई थी.