चाबहार पर चीन ने साधी चुप्पी, कहा- शांति और स्थिरता की करते हैं उम्मीद
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने यह जानकारी दी। जल संसाधन राज्य मंत्री ने बताया कि ब्रह्मपुत्र नदी में प्रदूषण और इसके पानी के काले रंग में हुई तब्दीली की रिपोर्ट हमें मिली है। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने इस रिपोर्ट पर काम करना शुरू कर दिया है। नदी के नजदीक रहने वाले लोगों को उससे दूर भीतर बुला लिया गया है।
इस बात की काफी संभावना है कि प्राकृतिक वजहों से नदी के पानी का रंग बदल गया हो। उन्होंने आगे बताया कि शुरुआती जांच में पाया गया है कि बीते 17 नवंबर को तिब्बत में आए उच्च तीव्रता के भूकंप की वजह से नदी का रास्ता अस्थाई तौर पर अवरुद्ध हो गया था। संभव है कि इसी वजह से नदी में कई तरह की चीजें आ गई हों।
बता दें कि हाल ही में इस घटना की बाबत अरुणाचल पूर्व निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस सांसद निनांग एरिंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था। पत्र में कहा गया था कि जाड़े के मौसम में नदी के पानी के रंग का बदलना एक असामान्य घटना है।