
शाह 7 जनवरी को त्रिपुरा पहुचेंगे, जहां वह अंबासा और उदाईपुर में रैलियों को संबोधित करेंगे। इतना ही नहीं शाह नागालैंड में भी रैली कर सकते हैं। विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी अध्यक्ष शाह का मेघालय और त्रिपुरा दौरा काफी अहम माना जा रहा है। बता दें कि चुनाव से पहले चुनाव से पहले मेघालय में विधायकों की दल-बदल की उठा-पटक शुरू हो गई है। पिछले दिनों कांग्रेस के कई विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। ऐसे में ये उम्मीद लगाई जा रही है कि शाह के इस दौरे से कांग्रेस की मुश्किलें और बढ़ेंगी।
प्रदेश के मुख्यमंत्री कुल संगमा और कांग्रेस की सरकार को बड़ा झटका उस वक्त लगा था, जब 30 दिसंबर को उनके 5 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। सभी विधयाकों ने राज्य में बीजेपी की गठबंधन एनपीपी को ज्वाइन करने की ओर इशारा भी दे दिया था। इतना ही नहीं तीन अन्य विधायकों ने भी एनपीपी ज्वाइन करने के लिए इस्तीफा दे दिया था।
पार्टी सूत्रों की माने तो बीजेपी मेघायल की 60 विधानसभा सीटों में से 40 पर कब्जा जमाने के टारगेट को लेकर मैदान में उतरेगी।