इन दिनों देश दुनिया की सबसे बड़ी खबर यही है कि तालिबान ने अफगानिस्तान पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है और वहां की आवाम पर क्रूरता दिखा रहा है। ऐसे में वहां के क्रिकेटर्स व फुटबाॅल प्लेयर्स बारी–बारी से सोशल मीडिया की जरिए दुनिया से अपना डर व दुख बयां कर रहे हैं। साथ ही वे दुनिया के अन्य देशों से मदद की गुहार भी लगा रहे हैं। बता दें कि अब अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाड़ी नवीन उल हक का दर्द भी छलक उठा है और उन्होंने कहा है कि लोगों की आंखों में तालिबानियों का डर साफ देखा जा सकता है।
नवीन उल हक ने कहा आंखों में दिखता है डर
बता दें कि नवीन उल हक से पहले अफगानी क्रिकेटर उमर खालिद ने भी तालिबानियों की क्रूरता का दर्द बयां किया है। वहीं अब नवीन भी खुल कर सामने आए हैं। अफगानिस्तान टीम के तेज गेंदबाज नवीन ने कहा, ‘अफगानिस्तान में लोग क्रिकेट के खेल को बहुत पसंद करते हैं। लोगों के लिए क्रिकेट यहां पर खेल से भी बढ़ कर है। ये खेल देश के लोगों को खुश रखता है। साथ ही क्रिकेट की वजह से लोग यहां पर एक–दूसरे का साथ भी देते हैं,भाईचारा हुआ करता था।’ वर्तमान में अफगानिस्तान के हालात काफी बिगड़ चुके हैं और इसे देखते हुए नवीन का मानना है कि खेल व खिलाड़ियों के बीच अनिश्चितता की लहर दौड़ गई है। उनका कहना है कि लोगों की आंखों में तालिबानियों की क्रूरता का डर साफ दिखता है।
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खिलाड़ियों को नहीं परेशान करने का वादा किया
बता दें कि बीबीसी को नवीन ने एक इंटरव्यू दिया है। उन्होंने इंटरव्यू में कहा है, ‘अफगानिस्तानी खिलाड़ियों की आंखों में डर साफ देखा जा सकता है। ऐसा कहते हुए उनकी आवाज भी कांपती है। वे एक मैसेज भी करते हैं तो डर से कांपते हैं। तालिबानियों ने कहा है कि वे खिलाड़ियों को बिल्कुल भी सताएंगे नहीं लेकिन इस बात में कितनी सच्चाई है, इस बारे में किसी को कुछ भी नहीं पता है। जब अफगानिस्तान क्रिकेट टीम देश के लिए खेलती थी तब सभी एक साथ खुश नजर आते थे। अफगानिस्तान के लिए ये खेल बेहद जरुरी है और यहां की आवाम के लिए ये खेल से भी बढ़कर है।’
ऋषभ वर्मा