औरंगाबाद: महाराष्ट्र के औरंगाबाद में बीती रात दो समुदायों में झड़प का मामला सामने आया है। झगड़े के बढ़ जाने के बाद कई दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। पुलिस को मामले पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े। बता दें कि स्थिति को संभालने के लिए पूरे शहर में धारा 144 लगा दी गई है और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
रिपोट्र्स के मुताबिक झड़प में एक नाबालिक समेत 2 लोगों की मौत हो गई है और 34 लोग घायल हो गए हैं। दरअसल दो सुमदायों के बीच शुक्रवार रात मामूली बात पर झगड़ा हुआ था जिसने बढ़ते-बढ़ते सांप्रदायिक रूप ले लियाए इस वजह से बीती रात सैकड़ों युवक सड़कों पर उतर आये और पत्थरबाजी शुरू कर दी।
झड़प के दौरान एक नाबालिक को गोली लग गयी उसे आनन-फानन में एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्थानीय खबरों के मुताबिक नाबालिक को बचाया नहीं जा सका है। दो समुदायों में भड़की हिंसा में पुलिसकर्मियों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। एसपी गोवर्धन कोलेकर समेत 10 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
थाना प्रभारी हेमंत कदम समेत कई वरिष्ठ अधिकारी भी चोटिल हुए हैं। जानकारी के मुताबिक यह हिंसा गांधीनगर, शाहगंज और राजाबजार इलाके में हुई है।
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार रात दो समुदायों के बीच नल के कनेक्शन को तोडऩे के मुद्दे पर विवाद हुआ था। इस विवाद की वजह से दोनों समुदाय के लोग सड़क पर आ गये और पत्थरबाजी शुरू कर दी। मामले का लाभ उठाते हुए कुछ असामाजिक तत्वों ने सड़क पर खड़े वाहनों में तोडफ़ोड़ शुरू कर दी और उनमें आग लगा दी।