बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा कि वीरेंद्र सहवाग के ‘सेंटिंग’ वाले बयान को अन्यथा नहीं लेना चाहिए। सहवाग ने कहा था कि बीसीसीआई के पदाधिकारियों से सेंटिंग नहीं मिलने के कारण कहा कि वह भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के पद की दौड़ में चूक गए थे। जबकि ठाकुर ने कहा कि कोच के पद के लिए कोई ‘सेटिंग’ नहीं थी। अभी-अभी: COA ने BCCI को दी बड़ी चेतावनी, कहा- ड्राफ्ट पर साइन करो फिर जारी होगा क्रिकेट के लिए फंड
गौरतलब है कि सहवाग ने एक टीवी कार्यक्रम के चैट शो में कहा था कि, मैं कोच इसलिए नहीं बन पाया क्योंकि जिन लोगों के पास कोच चुनने का अधिकार था, उनसे मेरी कोई सेटिंग नहीं थी।’ वीरू बोले, मैंने कभी भारतीय क्रिकेट टीम का कोच बनने के बारे में नहीं सोचा था। एस मामले में बीसीसीआई के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी और जीएम (गेम डेवलपमेंट) एमवी श्रीधर मेरे पास आए थे और मुझसे इस बारे में सोचने के लिए कहा था। मैंने काफी सोचा। यहां तक कि कप्तान विराट से भी बात की थी।
बता दें कि इस मामले में ट्विटर पर खूब टीका टिपण्णी हुई थी, जिसमें गांगुली ने कहा था कि ‘बीसीसीआई पर सहवाग के बयान पर उन्हें कुछ नहीं कहना, क्योंकि उनका यह बयान मूर्खतापूर्ण है।’ मामले में पूर्व विस्फोटक भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने सौरव गांगुली की ‘मूर्खतापूर्ण बात कही है उन्होंने’ वाले बयान पर करारा पलटवार किया था।
सहवाग ने ट्विटर पर कहा था, ‘हर किसी को सफाई मत दो, आप इंसान हो, वाशिंग पाउडर नहीं।’ हालांकि बाद में गांगुली ने उन सभी बातों को निराधार बताया था, जिसमें उन्होंने सहवाग की टिप्पणी को मूर्खतापूर्ण करार दिया था। एक ट्वीट में गांगुली ने कहा था कि सहवाग मेरे लिए बहुत प्रिय हैं।
बहरहाल, सहवाग के इस बयान के संदर्भ में बीजेपी सांसद ने सफाई दी और कहा, ‘इसे गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।’ सहवाग भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पद की दौड़ में रवि शास्त्री से पिछड़ गए थे।