सोमवार को जब महाभारत के भीम यानी की प्रवीण कुमार के निधन की खबर सामने आई तो टीवी इंडस्ट्री में हलचल मच गई। 90 के दशक के लोग प्रवीण कुमार के भीम वाले किरदार को भले ही जानते हों पर क्या आपको पता है कि वे एशियाई खेलों के गोल्ड मेडिलिस्ट रह चुके हैं। आज प्रवीण कुमार के एक्टर बनने की कहानी नहीं बल्कि एथलीट बनने की कहानी के बारे में जानेंगे। जानेंगे किन एशियाई खेलों में उन्होंने भारत को गौर्वान्वित किया और पदक अपने नाम किया। तो चलिए यहां जानते हैं।
महाभारत के भीम ने जीता स्वर्ण पदक
90के दशक की महाभारत के भीम की मौत से उनके चाहने वालों को बड़ा झटका लगा है। सोमवार के दिन दिल का दौरा पड़ने की वजह से उनका निधन हो गया। महाभारत में उनका भीम का किरदार काफी पसंद किया गया था। भीम बने प्रवीण कुमार ने एशियाई खेलों में भारत को मेडल जिता कर देश का नाम रोशन किया था। एशियाई खेलों में भारत को डिस्कस और हैमर थ्रो में चार पदक मिले हैं। भीम के एक्टिंग करियर की बात करें तो प्रवीण कुमार ने अपने करियर में कुल 50 फिल्में की हैं। उन्होंने राष्ट्रमंडल खेल में डिस्कस थ्रो में देश को रजत पदक दिलाया था। प्रवीण कुमार को अर्जुन अवाॅर्ड से नवाजा जा चुका है। प्रवीण का 74 साल की उम्र में निधन हुआ है।
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दो ओलंपिक में भी ले चुके हैं हिस्सा
प्रवीण बीसीएफ के पूर्व जवान रह चुके हैं। प्रवीण कुमार पंजाब के सरहैली कलां के रहने वाले थे। 60-70 के दशक में वे खेलकूद में काफी एक्टिव रहे। वे अपने खेलकूद करियर में तीन एशियाई और एक राष्ट्रमंडल का हिस्सा रह चुके हैं। वे दो ओलंपिक में भी भाग ले चुके हैं। वे 1968 और 1972 के ओलंपिक में भाग ले चुके हैं। 1968 में मैक्सिको सिटी और 1972 में म्यूनिख में ओलंपिक हुआ है। मैक्सिको ओलंपिक में प्रवीण ने 60.84 मीटर हैमर थ्रो किया था। वहीं म्यूनिख ओलंपिक में उन्होंने 53.12 मीटर डिस्कस थ्रो किया था। मिल्खा सिंह के बाद प्रवीण ने 1958 राष्ट्रमंडल खेलों में दूसरा पदक जीता था।
ऋषभ वर्मा