टोक्यो ओलंपिक में इस बार भारत को सबसे अधिक मेडल मिले हैं। भारत को इस बार 4 ब्राॅन्ज, दो सिल्वर व एक गोल्ड मिला है। खास बात ये है कि ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले व पदक जीते वाले सभी खिलाड़ी खिलाड़ियों का कोई न कोई राज होता है। वहीं कुश्ती में कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ी बजरंग पूनिया की सफलता का एक राज पता चल गया है जिसे आज हम आपके साथ में शेयर करने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं बजरंग पूनिया की सफलता का राज।
बजरंग की सफलता का राज
बता दें कि बजरंग पूनिया की सफलता का राज खुद उन्होंने नहीं बल्कि उनके कोच ने मीडिया संग साझा किया है। भारतीय कुश्ती टीम के कोच व पंजाब राॅयल्स रेसलिंग लीग के कोच चंद्रविजय सिंह ने बजरंग पूनिया को लेकर खुलासा किया है। उन्होंने बताया है कि लगातार इतने सालों से बजरंग पुनिया का प्रदर्शन इतना बेहतरीन कैसे है। उन्होंने बताया कि प्रो रेसलिंग लीग में पंजाब के धुरंधर शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्हें कोचिंग देने के समय ही बजरंग पूनिया को करीब से जान पाया हूं। उन्होंने बताया कि बजरंग की सबसे बड़ी खासियत ये है कि प्रतिद्वंदी को थका देते हैं और फिर पलटवार कर बाजी पलट देते हैं।
बजरंग की दिनचर्या
वहीं स्टेमिना की बात की जाए तो बजरंग पूनिया अपने बाकी खिलाड़ियों संग प्रैक्टिस तो करते ही हैं। उसके साथ ही वे मैट पर एक–दो घंटे अधिक समय लेते हैं, जब सभी खिलाड़ी जा चुके होते हैं। इसके अलावा वे सोशल मीडिया से पूरी तरह से दूरी बना कर रखते हैं ताकि दिमाग डिस्ट्रैक्ट न हो। वे हर दिन सुबह तीन घंटे वार्मअप करते हैं। फिर शाम को मैट पर तीन घंटे कुश्ती का अभ्यास करते हैं।
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30 देश घूमे पर नहीं किया ये काम
बजरंग 2013 में विश्व चैंपियनशिप के दौरान कोच से मिले थे। उन्होंने चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था। उनकी सफलता का सबसे बड़ा राज ये भी है कि बजरंग अपने अब तक के जीवन काल में 30 देशों का दौरा कर चुके हैं। हालांकि वे उन देशों में कभी घूमने नहीं गए बल्कि अपनी कुश्ती की रिंग पर ही फोकस रखा व सुबह–शाम प्रैक्टिस की और अब दुनिया उनके कदमों में है।
ऋषभ वर्मा