प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार के सभी महकमों से कहा है कि सिंक्रनाइज तरीके से काम करें और ब्यूरोक्रेसी पर दवाब बनाएं और तेजी से निर्णय लें।”अच्छे इरादों के साथ ईमानदारी से लिए गए निर्णय को हमेशा प्रोत्साहित किया जाएगा।” अभी-अभी: पुलिस के मुखिया ने तीन दारोगा समेत सात सिपाहियों को कर दिया सस्पेंड…मचा हड़कंप!
प्रधानमंत्री ने ये बातें 70 एडिशनल सेक्रेटरी और ज्वॉइंट सेक्रेटरी की बैठक को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि सुशासन अधिकारियों के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए। मोदी ने अधिकारियों से यह भी कहा कि वे भारत के 100 सबसे पिछड़े जिलों पर ध्यान दें जिससे जिले भी विकास की सीढ़ियां चढ सकें और औसत राष्ट्रीय स्तर के जिलों में शामिल हो सकें।
प्रधानमंत्री मोदी अधिकारियों में जोश भरते हुए कहा कि हमारी पहली जरुरत है कि हम नागरिकों को कल्याण और संतुष्टि के साथ विकास और सुशासन दें और यही हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सरकार के सभी विंग और विभाग को मिल कर आइडिया एक्सेंज करना चाहिए जिससे विकास को गति मिले। प्रधानमंत्री से हुई मुलाकात में अधिकारियों ने भी अपने कई अनुभव शेयर किए जिसमें डिजिटल और स्मार्ट गवर्ननेंस को प्राथमिकता दी।
प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि दुनिया सकारात्मक उम्मीदों के साथ भारत को देख रहा है। अधिकारियों को चाहिए कि वे देश की प्रतिभा को बढ़ावा देने दें और उन्हें आगे लाने में भूमिका निभाएं।
प्रधानमंत्री ने अपने तीन साल में ऊर्जा और आत्मा से किए गए काम को भी याद किया।