Notebandi: पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मनाया खजांची का बर्थडे,गिफ्ट भी दिया!
उन्होंने भाजपा के नवनिर्वाचित महापौरों को अपने-अपने शहरों का योजना बनाकर विकास करने और जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का मंत्र दिया।
योगी रविवार शाम भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में नवनिर्वाचित 14 महापौर के अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे। योगी ने कहा कि निकाय चुनाव में हार के बाद विपक्षी दल ईवीएम पर आरोप लगा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ईवीएम राज्य निर्वाचन आयोग की संपत्ति है। बसपा सुप्रीमो मायावती जिस ईवीएम पर आरोप लगा रही हैं, उसी ईवीएम से उनकी पार्टी ने अलीगढ़ व मेरठ में महापौर चुनाव जीते हैं। मुख्यमंत्री ने चुनौती दी कि यदि मायावती को ईवीएम पर भरोसा नहीं है तो वे अलीगढ़ व मेरठ के बसपा महापौर का इस्तीफा दिलाकर मतपत्र से चुनाव लड़ा लें, सच्चाई सामने आ जाएगी।
उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव की जीत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकास के विजन और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के राजनीतिक कौशल का परिणाम है। प्रदेश के शहरों का विकास करने के साथ जनता को विश्वस्तरीय नगरीय जीवन देना होगा।
इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पांडेय, महामंत्री संगठन सुनील बंसल, प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर, नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना आदि ने नवनिर्वाचित महापौरों को माला पहनाकर और मिठाइयां खिलाकर अभिनंदन किया। बैठक में लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, गोरखपुर के महापौर सीताराम जायसवाल, गाजियाबाद की महापौर आशा शर्मा, मुरादाबाद के महापौर विनोद अग्रवाल सहित अन्य महापौर मौजूद थे।
महापौर के स्वागत समारोह में भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने कहा कि मंगलवार को सुबह 9.30 बजे प्रधानमंत्री प्रदेश के महापौर से मुलाकात कर उन्हें प्रदेश में शहरों का विकास करने और शहरी जनजीवन को विश्वस्तरीय बनाने की सीख देंगे।
मथुरा के महापौर को नहीं मिली सूचना
मथुरा से भाजपा के एक मात्र अनुसूचित जाति के महापौर मुकेश अभिनंदन समारोह में नहीं पहुंचे। मुकेश ने बताया कि उन्हें अभिनंदन समारोह में शामिल होने के लिए सूचना नहीं मिली। रविवार शाम को पता चला कि लखनऊ में महापौरों को बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी मुख्यालय से उन्हें सूचना देने के लिए किसे कहा गया यह भी उन्हें नहीं पता है।
उन्होंने कहा कि सपा और बसपा नेता अपनी हार से हताश होकर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। उनके सभी विधायक और सांसद इस्तीफा दे दें तो फिर सरकार खाली हुए स्थानों पर उप चुनाव के लिए सिफारिश कर देगी, जो ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर से होंगे।