मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आश्वासन के बाद शिक्षा मित्रों ने छह दिन से चल रहा अपना आंदोलन मंगलवार को स्थगित कर दिया। मुख्यमंत्री ने शिक्षा मित्रों से कहा कि आप आंदोलन खत्म स्कूलों में शिक्षण कार्य करें सरकार आपके हित और भविष्य का ध्यान रखेगी।अभी अभी: UPPSC में भर्तियों की जांच के लिए योगी ने केंद्र को प्रोफार्मा भेजा…
उन्होंने शिक्षा मित्रों से दो टूक कहा कि आंदोलन और समाधान एक साथ नहीं हो सकते। अगर आप कानून तोड़ेंगे तो आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी होगी।
दरअसल सोमवार शाम शिक्षा मित्रों की अपर मुख्य सचिव राजप्रताप सिंह से हुई वार्ता विफल होने के बाद शिक्षा मित्रों के संगठनों ने आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी थी। मुख्यमंत्री की ओर से मंगलवार दोपहर दो बजे शिक्षा मित्रों को वार्ता के लिए बुलाया गया।
बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल, अपर मुख्य सचिव आरपी सिंह, निदेशक सर्वेंद्र विक्रम सिंह और उप निदेशक गणेश की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने शिक्षा मित्रों के प्रतिनिधियों से बात की।
आंदोलन खत्म कर पढ़ाई शुरू करवाइए
इन मुद्दों पर हुआ विचार
शिक्षा मित्रों का मानदेय 20 से 25 हजार रुपये करने, नई भर्ती में वरीयता देने और टीईटी की परीक्षा जल्द कराने पर विचार हुआ। शिक्षा मित्रों ने अध्यादेश लाकर उन्हें नियमित करने के साथ ही वेतन भुगतान और सुविधाएं यथावत रखने की मांग रखी।
मुख्यमंत्री ने जताई नाराजगी
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर सहित प्रदेश के कई जिलों में शिक्षा मित्रों द्वारा हंगामा, सड़क जाम और तोड़फोड़ की घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए कहा कि शिक्षक होने के नाते उन्हें यह शोभा नहीं देता है। सरकार ने शिक्षा मित्रों के भविष्य की सुरक्षा का हर संभव प्रयास किया लेकिन, सुप्रीम कोर्ट का आदेश है उसका पालन करना होगा।
आज से पढ़ाएंगे शिक्षा मित्र
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष गाजी इमाम आला ने कहा कि मुख्यमंत्री से आश्वासन मिलने के बाद हमने आंदोलन स्थगित करने का फैसला किया है। बुधवार से सभी शिक्षा मित्र अपने-अपने स्कूलों में जाकर पढ़ाएंगे।