यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तस्वीर से सांकेतिक तौर पर विवाह करने वाली आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ अध्यक्ष नीतू सिंह समेत चार नेताओं पर देशद्रोह का केस दर्ज कर उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
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वे लंबे समय से आंगनबाड़ी वर्कर्स का मानदेय बढ़ाने के लिए आंदोलन कर रही हैं। 5 दिसंबर को संघ अध्यक्ष नीतू सिंह ने सीएम योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ सांकेतिक विवाह किया था। उन्होंने कहा था कि उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की समस्याओं की तरफ सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए ये किया।
कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को चारों को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पूनम सिंह की अदालत में पेश किया गया। सीजेएम ने चारों को जेल भेज दिया।
शुक्रवार को जब सीएम नैमिषारण्य आए थे तो नीतू सिंह तीन अन्य वर्कर्स के साथ मुख्यमंत्री के काफिले के बीच पहुंच गईं। इस पर पुलिस ने आंगनबाड़ी नेता नीतू सिंह, सरिता वर्मा, मंजू बंशवार, संतोष कुमारी को गिरफ्तार किया था। उनका कहना था कि वे 15 हजार रुपये महीने मानदेय न होने तक वे इस तरह से अपना आंदोलन जारी रखेंगी।
चारों पर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने समेत राष्ट्रद्रोह जैसी गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। उधर, पुलिस अधिकारियों को संदेह था कि कहीं न्यायालय में पेशी के दौरान संगठन की अन्य महिलाएं उपद्रव न करें, इसको लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
मामले पर सीतापुर सीओ योगेंद्र सिंह का कहना है कि आंगनबाड़ी संघ की चारों कार्यकर्ता बार-बार मार्ग जाम कर रहीं थी। कई बार कहने के बावजूद वे प्रदर्शन पर अड़ी हुईं थी। इसलिए इन पर कड़ी धाराओं में कार्रवाई की गई है।
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