बच्चे के डायपर को लेकर आपको भी है कंफ्यूज? तो एक बार इसे जरूर पढ़े

एक मां के लिए सबसे ज्यादा जरूरी उसके बच्चे की ख़ुशी है. और छोटे बच्चों की ख़ुशी उनका अच्छा स्वास्थ्य और आराम पर निर्भर करती है. अगर आप नई-नई मां बनी हैं तो आपको अपने बच्चे का बहुत ख़ास ध्यान रखना होगा. क्योंकि आपके लिए ये सब अनुभव नए है. शरुआती दिनों में सबसे ज्यादा ध्यान बच्चे के डायपर पर जाता है. हम अक्सर कंफ्यूज होते हैं की बच्चा डायपर में अनकम्फ़र्टेबल क्यों हो रहा हैं?

या फिर ये सवाल भी उठ सकता है की ये डायपर बार बार क्यों गीला कर रहा हैं या अभी तक गीला क्यों नहीं किया. डायपर से परेशानी का कारण गर्मी भी हो सकती है. तो आइए जानते हैं छोटे बच्चों के डायपर से जुड़ी समस्या और उसके समाधान के बारे में.

एक छोटे बच्चे को आमतौर पर एक दिन में कितने डायपर की जरूरत पड़ती है? न्यूबॉर्न से एक महीने की उम्र तक के बेबी को बड़े बच्चों की तुलना में ज्यादा डायपर लगते हैं. इसलिए यदि शिशु एक महीने से कम उम्र का है तो व एक दिन में 6 से 10 डायपर का उपयोग करेगा. इस उम्र में शिशु एक दिन में 3-4 बार पॉटी और हर बार दूध पीने के बाद पेशाब करेगा.

अगर आपका बेबी 1 महीने की उम्र का है तो आप नोटिस करेंगी कि वह कुछ ही डायपर गंदे करता है और उसे दिनभर में लगभग 4 से 6 डायपर की जरूरत पड़ती है. यदि शिशु सिर्फ माँ का दूध ही पीता है तो वह फॉर्मूला दूध पीने वाले बच्चों की तुलना में ज्यादा डायपर गंदे करेगा. ब्रेस्ट मिल्क आसानी से पच जाता है जिसका अर्थ है बच्चा ज्यादा पॉटी करेगा और उसके ज्यादा डायपर गंदे होंगे.

बेबी का डायपर कब बदलना चाहिए? 

शिशु का डायपर गंदा या गीला हो जाए तो इसे बदलने की सलाह दी जाती है. पेशाब से होने वाले इन्फेक्शन से छोटे बच्चों को बहुत दर्द होता है और इसे ठीक करना भी कठिन है. इसके लिए यह सलाह दी जाती है की जब बच्चा जाग रहा हो तो आप उसका डायपर चेक करें. डायपर बदलने के लिए उसे जगाने से बचें. आप छोटे बच्चे या शिशु को दूध पिलाने से पहले उसका डायपर बदल दें क्योंकि दूध पीने के बाद उसे नींद आने लगेगी. आप रात में सोते समय भी शिशु का डायपर जरूर बदलें.

क्या हो यदि बेबी कम डायपर गीले करता है

छोटे बच्चे एक दिन में लगभग 6 से 8 डायपर गंदे करते हैं. यदि आपका बच्चा कम डायपर गीले करता है तो यह चिंता का कारण भी हो सकता है. कम डायपर गंदे या गीले होने का यह अर्थ है कि शिशु को पर्याप्त दूध नहीं मिल रहा है और इससे बच्चा डिहाइड्रेटेड भी हो सकता है. छोटे बच्चों में डिहाइड्रेशन एक गंभीर चिंता का कारण है और इससे स्वास्थ्य से संबंधित कई कॉम्प्लिकेशन हो सकते हैं. यदि आप बच्चे में यह बदलाव नोटिस करें कि वह एक दिन में कम डायपर गंदे करता है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें.

क्या हो यदि बेबी ज्यादा डायपर गीले करता है

अपने शिशु के लिए बहुत ज्यादा डायपर का उपयोग आपको डरा सकता है पर न्यूबॉर्न बेबीज के लिए यह बहुत नॉर्मल है और उनका डायपर हर एक से तीन घंटे में गंदा होता है. बच्चे के बढ़ने के साथ इसमें भी सुधार आने लगता है. एक साल की उम्र तक बच्चा अपने ब्लैडर व बॉवल मूवमेंट को बेहतर तरीके से नियंत्रित करने लगेगा. अब आप जानती हैं कि डायपर की जिम्मेदारी संभालना भी कितना बड़ा काम है और इसे कैसे पूरा करना चाहिए..

इन्हें रखें याद:

– आप जब भी अपने बच्चे का डायपर बदलती हैं तो बच्चे को डायपर रैश क्रीम जरूर लगाए. बच्चे का डायपर बीच- बीच में देखते रहें. कभी-कभी बच्चा गीले डायपर में भी आराम से रहता है, लेकिन ये उसकी सेहत के लिए ठीक नहीं है.

छोटे बच्चे को हमेशा डायपर बदलते समय उस जगह को अच्छे से पोंछे. 

– बच्चे को पोछने के लिए हमेशा सॉफ्ट कपड़ा या फिर रुई का इस्तेमाल करें. थोड़े बड़े होने के बाद आप बच्चे के लिए वाइप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. बच्चे में दूध की कमी न होने दें जिससे उसको पर्याप्त मात्रा में मूत्र हो. मूत्र के कम होने से छोटे में डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है.

– कविता सक्सेना श्रीवास्तव

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