क्रिकेट जगत में अगर किसी खिलाड़ी के बड़ा दिल होने की बात की जाती है तो सबसे पहला नाम भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का ही आता है। धोनी के संघर्ष के दिनों की एक और कहानी सामने आ रही है। वे एक दुकानदार से चने उधार में लेकर खाया करते थे। हालांकि जब उन्हें दौलत व शोहरत मिल गई तब उन्होंने उस दुकानदार का कर्ज कैसे चुकाया चलिए जानते हैं।
माही ने अपने कारनामे से फिर जीता सबका दिल
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पहले से ही सभी फैंस का दिल जीत रखा है। अब फैंस उनसे ये पूछना चाहते हैं कि एक ही तो दिल है कितनी बार जीतोगे माही। दरअसल उनके उदार और दयालुता से भरे किस्से हम सभी अकसर ही सुनते रहते हैं। वहीं एक और किस्सा सामने आया है। उनके नेक कामों की लिस्ट में एक काम और जुड़ गया है। यही वजह है कि उनके फैंस के दिल में उनके लिए इज्जत पहले से अधिक बढ़ गई है।
एक दुकानदार से उधार लेकर खाते थे चने
धोनी के संघर्ष के दिनों से एक किस्सा निकल कर सामने आया है। बात तब की है जब वो टीम इंडिया में सेलेक्शन के लिए संघर्ष करते थे। तब उनके पास कई बार पैसे भी नहीं हुआ करते थे। उस दौर में धोनी को एक दुकानदार ने उधार में चने दिए थे। खास बात ये है कि उस दुकानदार का नाम भी महेंद्र ही था। चने के ठेले वाला धोनी को कई बार चने उधार में दिया करता था।
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ठेले वाले के ठेले पर चुपके से रख आए 35 हजार
वहीं जब धोनी दौलत व शोहरत से सक्षम हो गए तब उन्होंने उस ठेले वाले के पास जा कर 35 हजार रुपये रख दिए। ये काम माही ने चुपचाप किया है। उस ठेले वाले की गैरमौजूदगी में माही ने ठेले पर पैसे रखे व वहां से लौट आए। हालांकि उधार लेने वाली कहानी सिर्फ सोशल मीडिया पर ही घूम रही है। इस पर धोनी ने कहा कि वे पैसे दे कर ही चने खरीदते थे लेकिन संघर्ष के दिनों में वो इसी दुकान से चने खरीदते थे तो उसके लिए कुछ करना चाहते थे, इसलिए उसके ठेले पर पैसे रख कर चले आए।
ऋषभ वर्मा