बेसिक शिक्षा परिषद के 150 शिक्षक बीमार हैं। इन्होंने अपने आप को असाध्य रोगों से ग्रस्त होने का हवाला देकर घर के नजदीक के विद्यालयों में स्थानांतरण के लिए आवेदन किया है।अभी-अभी: अब कोई चारा नही, CM योगी के इस मंत्री को जाना ही पड़ेगा जेल, जारी हुआ गैरजमानती वारंट
हालांकि अब तक इनमें से कोई भी असाध्य रोग का प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं कर पाया। इस समय परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के जनपद के अंदर स्थानांतरण की प्रक्रिया चल रही है।
इसके तहत शिक्षकों ने अपने मूल विद्यालयों से स्थानांतरण करने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है। जिले में करीब 5,500 शिक्षक हैं। इनमें से 150 ने असाध्य रोगों से ग्रस्त होने का हवाला देकर घर से नजदीक के विद्यालयों की मांग की है।
ये सभी शिक्षक बीकेटी, माल, मोहनलालगंज, सरोजनीनगर, गोसाईगंज, चिनहट और काकोरी ब्लॉक के हैं। इनमें से भी 60 प्रतिशत शिक्षिकाएं हैं। बताया जाता है कि असाध्य रोग का हवाला देने वाले अधिकांश टीचर गठिया, कमर दर्द, डायबिटीज, बीपी आदि पीड़ित हैं।
बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने बताया कि किडनी व लीवर फेलियर, कैंसर और बाइपास सर्जरी वाले ही असाध्य रोगों में आते हैं। शिक्षकों को एक सितंबर से असाध्य रोग का प्रमाण पत्र देना था, लेकिन शुक्रवार शाम एक भी प्रमाण पत्र नहीं मिला है।