बदलती जीवनशैली का दुष्प्रभाव लोगों में ब्लडप्रेशर, शुगर और डायबिटीज जैसी बीमारियों के रूप में दिखाई पड़ता है। कम शारीरिक श्रम और व्यायाम की आदत न होने की वजह से आजकल लोगों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या आम बात हो गई है। लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान अगर किसी महिला को हाइपरटेंशन की समस्या होती है तो यह सामान्य बात नहीं है। जिन महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत होती है उनमें आगे चलकर दिल की बीमारी होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन एक ऐसी बीमारी है जिसमें नसों में रक्त का प्रवाह बहुत तेजी से होने लगता है।
Paediatric & Perinatal Epidemiology नाम की पत्रिका में प्रकाशित एक शोध में यह कहा गया है कि जिन गर्भवती महिलाओं को हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत होती है उनमें दिल संबंधी बीमारी का खतरा उन महिलाओं के मुकाबले दो गुना तक बढ़ जाता है जिन्हें प्रेग्नेंसी के दौरान हाईब्लड प्रेशर की शिकायत नहीं होती। ऐसी महिलाओं में प्रेग्नेंसी के बाद हाइपरटेंशन की बीमारी का खतरा भी 5-6 गुना0 तक बढ़ जाता है। शोध से जुड़े लोगों का कहना है कि इस अध्ययन में उन महिलाओं को दिल संबंधी बीमारियों से बचे रहने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया है जिन्हें प्रेग्नेंसी के दौरान हाइपरटेंशन की शिकायत थी।