ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल मैचों में पिछले पांच सालों से टीम इंडिया के विजयी रथ पर मंगलवार को आखिरकार ब्रेक लग लग गया। गुवाहाटी में ‘विराट ब्रिगेड’ को कंगारुओं के हाथों 8 विकेट की करारी शिकस्त झेलना पड़ी। मेजबान टीम को लगातार सात मैच जीतने के बाद पहली बार हार का सामना करना पड़ा। टीम इंडिया ने तीन मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज के दूसरे मुकाबले में पहले बल्लेबाजी की, लेकिन उसकी पूरी टीम 20 ओवर में 118 रन बनाकर ऑलआउट हुई। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 27 गेंदे शेष रहते 2 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। इस मैच में टीम इंडिया की हार के 5 मुजरिम रहे। आईए जानते हैं कौन हैं वो-
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के पहले टी20 इंटरनेशनल में मैच विनिंग इनिंग खेलने वाले भारतीय कप्तान विराट कोहली मंगलवार को दूसरे मैच में पूरी तरह फ्लॉप रहे। वो बिना खाता खोले बेहरेनडोर्फ का शिकार बने। गेंदबाज ने अपनी गेंद पर ‘रनमशीन’ कोहली का आसान कैच लपका। टीम इंडिया पहले बल्लेबाजी कर रही थी, ऐसे में उसे बड़ा स्कोर खड़ा करने की जरुरत थी। रोहित शर्मा जल्दी आउट हो चुके थे। ऐसे में कोहली से ‘विराट’ पारी की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने भारतीय क्रिकेट फैंस को निराश किया। कोहली को उनके गैर-जिम्मेदाराना रवैये ने मुजरिम बना दिया। वैसे, कोहली पहली बार टी20 इंटरनेशनल मैच में शून्य पर आउट हुए।
‘हिटमैन’ ने टीम को अच्छी शुरुआत नहीं दिलाई और महज 8 रन बनाकर बेहरेनडोर्फ की गेंद पर LBW आउट हुए। रोहित के जल्दी आउट होने का असर पूरी टीम पर पड़ा और टीम इंडिया ने नियमित अंतराल में विकेट गंवाए। रोहित शर्मा पर बतौर ओपनर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी होती है, लेकिन वो इसमें कामयाब नहीं रहे। 30 वर्षीय रोहित ने शुरुआत में दो आकर्षक बाउंड्री जमाकर अपने अच्छे फॉर्म में संकेत दिए, लेकिन वो बेहरेनडोर्फ की अंदर आती गेंद को भांप नहीं सके और अपना विकेट गंवा बैठे।
मनीष पांडे
मनीष पांडे ने बाहर जाती गेंद को छेड़ा और अपना विकेट विरोधी टीम को ‘गिफ्ट’ कर दिया। 7 गेंदों में एक चौके की मदद से 6 रन बनाने वाले पांडे मैच में बेहरेनडोर्फ का तीसरा शिकार बने। टीम इंडिया के दो विकेट जल्दी गिर गए थे। ऐसे में पांडे को संभलकर खेलते हुए अपने साथी बल्लेबाज के साथ अच्छी साझेदारी निभाते हुए स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाने की जरुरत थी। मगर उन्होंने खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाया और टीम की मुश्किलें बढ़ा दी। मनीष पांडे की टीम इंडिया में जगह खतरे में हैं और अगले मैच में उनकी जगह केएल राहुल को मौका दिया जाएगा, तो इसमें कोई हैरानी नहीं होगी।
एमएस धोनी
ऐसा कम ही होता है कि एमएस धोनी से किसी प्रकार की गलती हो। जब धोनी क्रीज पर आए तब टीम इंडिया 27 रन पर चार विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। धोनी ने जाधव के साथ 33 रन की साझेदारी जरूर की, लेकिन उन्होंने भी अपना विकेट ऑस्ट्रेलिया को उपहार के रूप में दे दिया। 16 गेंदों में एक चौके की मदद से 13 रन बनाने वाले धोनी बड़ा शॉट खेलने के लिए गए,
लेकिन जम्पा की गेंद पर शॉट नहीं जमा सके और स्टंपिंग आउट होकर पवेलियन लौटे। धोनी संकट की स्थिति से टीम इंडिया को पार लगाने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में वो ऐसा नहीं कर सके। इसके अलावा धोनी ने एक DRS लेने में भी चूक की, जिससे टीम इंडिया मैच बैकफुट पर रही।
कुलदीप यादव
‘चाइनामैन’ अब तक ऑस्ट्रेलिया के लिए एक पहेली बने रहे। हालांकि, ऐसा लगता है कि दूसरे टी20 में ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें खेलने का तोड़ निकाल लिया है। कुलदीप ने 4 ओवर में 11 से अधिक की इकॉनमी से 46 रन खर्च किए। टीम इंडिया को छोटे लक्ष्य की रक्षा करनी थी, इसे ध्यान में रखते हुए कुलदीप से सटीक लाइन और लेंथ की गेंदबाजी की उम्मीद थी। कप्तान कोहली को अपने प्रीमियर स्पिनर से विकेट निकालने की उम्मीद थी, लेकिन कुलदीप यादव इस पर खरे नहीं उतरे।