राज्यपाल एनएन वोहरा के इस्तीफे की खबरों ने सोमवार को फिर जोर पकड़ लिया। अधिकारिक तौर पर उनके इस्तीफे की कोई पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन दावा किया जा रहा है कि उन्होंने पारिवारिक और स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए केंद्र सरकार से उन्हें सेवामुक्त करने का आग्रह किया है। हालांकि वोहरा का कार्यकाल समाप्त होने में अभी लगभग 10 माह का समय शेष है।अभी-अभी : बीआरडी मेडिकल कालेज के पूर्व प्रधानाचार्य व उनकी पत्नी गिरफ्तार
वोहरा ने 25 जून 2008 को जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल की कमान संभाली थी। उनका पहला कार्यकाल समाप्त होने पर तत्कालीन केंद्र व राज्य सरकार ने उन्हें लगातार दूसरी बार यहां का राज्यपाल नियुक्त किया था। केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनने पर भी वोहरा ने अपने इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन उन्हें अपने पद पर बने रहने को कहा था।
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गत वर्ष और इस साल जुलाई माह के दौरान भी उन्होंने सेवामुक्ति का आग्रह किया था। हालांकि केंद्र ने राज्यपाल वोहरा के त्यागपत्र से इन्कार किया है, लेकिन सूत्रों ने बताया कि केंद्र अब उनके उत्तराधिकारी को गंभीरता से तलाश रही है और जल्द ही इस बारे में अंतिम फैसला होने की उम्मीद है।