उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले में सलामाबाद ट्रेड सेंटर से पकड़ी गई ड्रग्स की खेप को लेकर पुलिस हर कनेक्शन खंगालने की कोशिश कर रही है। पकड़ी गई ड्रग्स को जांच के लिए एफएसएल के पास भेजा गया है। जिस व्यापारी के कपड़ों के कंसाइनमेंट के नाम पर ड्रग्स की खेप आई थी उसकी धरपकड़ के लिए पांपोर स्थित आवास पर छापेमारी की गई, लेकिन वह फरार है। कश्मीर में आतंकी घुसपैठ की कोशिश हुई नाकाम, एक आतंकी मार गिराया, ऑपरेशन अभी भी जारी…
डीआईजी नार्थ के अनुसार फिलहाल ड्रग्स को फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) भेजा गया गया, जहां उसकी जांच जारी है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जो कोई भी इसके पीछे शामिल है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जिले के उरी में क्रास एलओसी ट्रेड के दौरान सलमाबाद ट्रेड फेसिलिटेशन सेंटर में बारामुला पुलिस ने ट्रक नंबर (ऐजेके-एक्स-267) में तलाशी के दौरान 66.5 किलो ड्रग्स जब्त की गई थी। पुलिस ने ट्रक ड्राईवर को भी हिरासत में लिया था।
पांपोर के व्यापारी की भी तलाश जारी
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मामले में अभी भी जांच जारी है। पांपोर के जिस मसूदी ट्रेडर्स के नाम पर यह कपड़ों की कंसाइनमेंट थी उसे भी पुलिस तलाश रही है। तजमुल मसूदी के पांपोर स्थित घर पर छापामारी की गई, लेकिन वह फरार है। जम्मू कश्मीर पुलिस के डीआईजी नार्थ नीतीश कुमार ने बताया कि बारामुला पुलिस को पहले से खबर थी और लगातार उसे ट्रैक किया जा रहा था।
जैसे ही वो यहां पहुंचा तो पुलिस और कस्टम अधिकारियों ने इसे धर लिया। फिलहाल इसे फोरेंसिक लैब भेजा गया है इसका प्युरिटी लेवेल चेक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर पुलिस की नशे के खिलाफ जंग जारी है और आगे भी जारी रहेगी। नीतीश ने बताया कि कोशिश की जा रही है कि युवाओं को नशे की लत छुड़वाई जाए, लेकिन इसके पीछे जो कोई भी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि इसके पीछे की एक और कड़ी को भी खंगालने की कोशिश है। माना यह भी जा रहा है कि खेप को राज्य से बाहर बेचने के बाद इससे मिला पैसा कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने के साथ-साथ पत्थरबाजों में कुछ पैसा बांटकर हालातों को खराब करने की पूरी कोशिश थी, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने पाकिस्तान के नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया।