इस वक़्त की सबसे बड़ी खबर स्विट्जरलैंड की राष्ट्रपति भारत में,काले धन के खाते वालों की साँसे थम चुकी हैं मोदी की विदेशनीति की एक और बड़ी जीत होने वाली है क्योंकि बहुत से राज खुलने वाले हैं !
आपकी जानकरी के लिए हम बता दें कि भारत की मोदी सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जो लड़ाई चल रही है उसमें तो मोदी सरकार सफल होती दिख रही है जिस तरह से आंतकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को दुनिया के सामने भारत ने नंगा किया है उसे देखते हुए.लेकिन जो एक और लड़ाई भारत की ये वर्तमान मोदी सरकार लड़ रही है काले धन वालों के खिलाफ इसमें भी भारत की जीत होना तय माना जा रहा है.
ये भी पढ़े: अभी-अभी: कांग्रेस पर छाया बड़ा संकट, सोनिया गांधी ने कई नेताओं को किया तलब
आज ही स्विट्जरलैंड की राष्ट्रपति डोरिस लिउथर्ड भारत पहुंची हैं और आज उनका राष्ट्रपति भवन में भव्य व् जोरदार स्वागत हुआ. स्विस राष्ट्रपति लिउथर्ड बुधवार को तीन दिवसीय यात्रा के तहत भारत पहुंचीं.किसी स्विट्जरलैंड राष्ट्रपति की यह चौथी भारत यात्रा है .इस यात्रा से काले धन वालों के मन में वो डर बैठा हुआ है जोकि उन्हें सोने भी नहीं दे रहा है.भारत काले धन का मुद्दा उठाने वाला है जो सूत्रों से जानकारी मिली है.
आपकी जानकारी के लिए हम बता दें कि इस यात्रा से पहले स्विस राष्ट्रपतियों ने 1998, 2003 और 2007 में भारत की यात्रा की थी,ये यात्रा अपने आप में भारत के लिए इसलिए ज्यादा जरूरी है क्योंकि इस यात्रा के दौरान भारत और स्विस के बीच काले धन को लेकर कुछ अहम समझोते हो सकते हैं.
आपको हम बता दें की मोदी के सत्ता में आने के बाद दोनों देशों में बहुत अहम रिश्ते बने हैं स्विस ने खुलकर भारत का NSG सदस्यता जे लिए समर्थन किया था.भारत की भी करीब 100 कंपनियों ने 2013-14 से 2015-16 के बीच स्विट्जरलैंड में 1.42 अरब डॉलर का निवेश किया है.
ये भी पढ़े: BigBreaking: बीजेपी के मंत्री की ही जमकर कर रहे थे पिटाई, वीडियो हुआ वायरल आप भी देखें!
टीसीएस, इनफोसिस और टेक महिंद्रा सहित भारत की अग्रणी आईटी कंपनियों ने स्विट्जरलैंड में कार्यालय खोल रखा है और स्विट्जरलैंड की अग्रणी दवाई निर्माता कंपनियों, बैंकों और बीमा कंपनियों को सेवाएं देती हैं !