क्रिकेट से जुड़ी आयदिन कोई न कोई खबर इंटरनेट पर छाई ही रहती है। इस बार एक अजीबो-गरीब खबर सामने आई है। इस बार एक पूर्व क्रिकेटर के पिता का काला कारनामा सामने आया है। दरअसल क्रिकेटर के पिता ने एक बैंक में करोड़ों का घोटाला किया और फिर जब उनके नाम गिरफ्तारी जारी हुई तो वे फरार हो गए। तो चलिए आपको उस क्रिकेटर के पिता के बारे में बताते हैं। साथ ही आपको पूरा मामला बताएंगे।
ये है घोटाले का पूरा मामला
मामले की शुरुआत साल 2013 से कर रहे हैं। बैंक आफ महाराष्ट्र की जौलखेड़ा शाखा से उस साल सवा करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था। इस मामले में पुलिस को सोमवार के दिन पूर्व क्रिकेटर नमन ओझा के पिता को गिरफ्तार करना था। ओझा के पिता पर आठ धाराएं लगाई गई थीं। उन पर धारा 420, 467, 409, 468, 471, 120 बी, 34 लगाई गई थी। इसके अलावा आईटी एक्ट की धारा 65,66 के तहद पूरी चार्जशीट तैयार की गई। इस मामले में पुलिस ने ओझा के पिता को पहले भी गिरफ्तार किया था। हालांकि इस बार वे काफी समय से गायब चल रहे हैं। बता दें कि क्रिकेटर के पिता का पूरा नाम विनय ओझा है। इस साजिश का मास्टर माइंड अभिषेक रत्नम नाम का व्यक्ति बताया जा रहा है। इन्होंने ओझा के साथ मिल कर 34 फर्जी खाते खुलवाए। इन खातों में दोनों ने केसीसी का लोन ट्रांसफर करवाया और सवा करोड़ रुपये लूट लिए।
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ये भी हैं मामले के आरोपित
इस पूरे वाक्ये में कई लोग शामिल थे। अभिषेक, रत्नम, विनोद पंवार, लेखापाल निलेश छलोत्रे, दीनानाथ राठौर ने बाद में घोटाले की राशि का बंटवारा कर लिया। बाद में जब खातों की जांच की गई तो पता चला इन सभी फर्जी खातों में फर्जी फोटो और आधार लिंक करवाया गया है। इन सभी पर किसान क्रेडिट कार्ड बनवाया गया है। कई लोगों के मरने के बाद भी उनके नाम पर आरोपितों ने खाता खुलवा कर बैंक को लूटा। इस तरह से बैंक से सवा करोड़ रुपये लूटे गए। हालांकि इस केस में आगे क्या होगा ये तो वक्त ही बताएगा।
ऋषभ वर्मा