प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात में भीषण बाढ़ का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद बचाव कार्य के लिए 500 करोड़ रुपये और इस विभीषिका में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को दो लाख रुपये व घायलों को 50 हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की. प्रदेश में बाढ़ के कारण 83 लोगों की जान चली गई है. बनासकांठा, साबरकांठा तथा पाटन जिले का दौरा करने के बाद मोदी ने कहा कि क्षति का आकलन तथा अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक उपाय सुझाने के लिए केंद्रीय शहरी विकास एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय का एक दल राज्य का दौरा करेगा.अभी-अभी: मायावती को रोकने के लिए मोदी का मास्टर माइंड प्लान, अब योगी नहीं केशव मौर्य बन सकते हैं मोदी के मुख्यमंत्री…
मोदी ने कहा, ‘ऐसे हालात में, सबसे ज्यादा किसानों को नुकसान होता है. बीमा कंपनियों को किसानों के फसलों व संपत्तियों को हुए नुकसान के तत्काल आकलन तथा दावों के निपटान के लिए तत्काल कदम उठाने की सलाह दी जाएगी.’ हवाई सर्वेक्षण के दौरान मोदी के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय रूपानी तथा उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल भी थे. पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल तथा अधिकारियों के अलावा, रूपानी व पटेल के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद मोदी ने हालात से शीघ्रता से निपटने तथा संकट से निपटने का ब्लूप्रिंट पहले ही तैयार करने के लिए गुजरात सरकार की सराहना की.
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बीते 36 घंटों के दौरान निरंतर बारिश के कारण उत्तरी गुजरात के बनासकांठा, साबरकांठा तथा पाटन जिले में बाढ़ आ गई है. बनासकांठा जिले में गुरुवार शाम तक 46,000 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका था, जबकि 1,000 लोगों को बचाया गया है. जिले के कुल 472 गांवों में बिजली गुल है, जबकि छह राष्ट्रीय राजमार्गो, 61 अन्य सड़कों तथा 287 पंचायतों की सड़कों पर आवागमन अवरुद्ध है.