उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग पीसीएस मुख्य परीक्षा का प्रारूप बदलने जा रहा है। परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग की तर्ज पर कराए जाने की तैयारी है। इस मामले में आयोग इसी माह कोई निर्णय लेगा और इसके बाद प्रस्ताव अंतिम मंजूरी के बाद शासन को भेजा दिया जाएगा। इस प्रस्ताव पर दो माह पहले से ही विचार-विमर्श चल रहा था लेकिन अब इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है।
उत्तराखंड सरकार असफल रही, अल्पसंख्यक छात्रों के लिए संचालित उच्च शिक्षा लोन योजना में
आयोग के सचिव जगदीश के अनुसार इसी माह परीक्षा प्रारूप के बदलाव पर निर्णय ले लिया जाएगा। वर्ष 2018 से इसे लागू किए जाने की योजना है। आयोग की मंशा है कि पीसीएस मुख्य परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा की तर्ज पर कराई जाए। इसके लिए आयोग ने सेलेबस भी तैयार कर लिया है। प्रस्ताव बनाया गया है कि पीसीएस की मुख्य परीक्षा में भी सामान्य अध्ययन के चार पेपर शामिल किए जाएं और चारों पेपरों की लिखित परीक्षा हो, जैसा कि आईएएस की मुख्य परीक्षा में होता है।
इसके अलावा दो वैकल्पिक विषयों के बजाय एक विकल्प की व्यवस्था लागू की जाए जबकि 150-150 नंबर के सामान्य हिंदी एवं निबंध के पेपर को पहले की तरह बरकरार रखा जाए। नए पैटर्न में सामान्य अध्ययन का हर पेपर 200-200 यानी कुल 800 नंबर का होगा जबकि मौजूद व्यवस्था में कुल 400 अंक के सामान्य अध्ययन के दो पेपर आते हैं। इसके अलावा नई व्यवस्था में वैकल्पिक विषय के कुल 400 अंक रह जाएंगे जबकि अभी कुल 800 अंक के दो वैकल्पिक विषय होते हैं।