हनीप्रीत को राम रहीम के साथ हेलीकॉप्टर में रोहतक तक ले जाने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सफाई दी और बताया कि आखिर उसे साथ क्यों ले जाया गया। डेरा प्रमुख को दोषी ठहराए जाने के बाद हेलीकॉप्टर में की दत्तक पुत्री हनीप्रीत को उनके साथ यात्रा करने की अनुमति को सीएम ने सुरक्षा से जोड़ा।अभी-अभी: लखनऊ पुलिस ने इनामी बदमाश सुनील को मारा गिराया
उन्होंने कहा कि अदालती कार्रवाई के दौरान हनीप्रीत को वहां रहने की अदालत से अनुमति मिली थी। बाद में हनीप्रीत की सुरक्षा के लिए उसे डेरा प्रमुख के साथ रोहतक लाया गया। वहीं राम रहीम के खिलाफ अदालती कार्रवाई के बाद हुई हिंसा पर चौतरफा घिरे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा वह इस्तीफा नहीं देंगे।
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को हिंसा की रिपोर्ट सौंपने के बाद उन्होंने कहा कि इस्तीफा मांगने वाले मांगते रहें। खट्टर ने हालात को सामान्य बनाने के लिए अपनी सरकार की पीठ भी थपथपाई। उन्होंने कहा कि कम से कम बल प्रयोग करके हालात पर नियंत्रण पा लिया गया।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर
अमित शाह को रिपोर्ट सौंपने के बाद सीएम ने मीडिया के सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि पार्टी की व्यवस्था के अनुसार रिपोर्ट सौंप दी गई है। अब भविष्य में जहां भी इन घटनाओं के संदर्भ में विवरण देना होगा, राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वयं विवरण देंगे।
लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान डेरा सच्चा सौदा से मदद मांगने के सवाल पर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में दल सभी पक्षों से सहयोग लेता है। जहां तक चुनाव में डेरा का समर्थन लेने की बात है तो यह कानून तोड़ने या कानून हाथ में लेने की शर्त पर नहीं लिया गया था।
उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति कानून से बड़ा नहीं है और हर हाल में कानून के दायरे में रहना होता है। गुरमीत को वीआईपी ट्रीटमेंट पर कहा कि किसी को वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं दिया गया। अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद जेल में व्यवस्था होने तक डेरा प्रमुख को गेस्ट हाउस में रखा गया।
डेरा प्रमुख से पार्टी के दो विधायकों की मुलाकात की बात गलत है। दोषी ठहराए जाने के बाद पार्टी या सरकार का कोई भी व्यक्ति उससे नहीं मिला।