ये बैंक लाया नए तरह का बचत खाता, साधारण खाते से ज्यादा फायदा

     भारत के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक यानी एसबीआई एक ऐसी योजना लेकर आया है कि आपका पैसा बिना किसी बड़े जोखिम के बढ़ेगा। यह एक तरह की बचत योजना ही है जो आपके बजत खाते से ही जुड़ी होगी। इसमें आपको काफी लाभ होगा। यह एक तरह का नया बचत खाता है जो सिर्फ एसबीआई के ग्राहकों के लिए ही खोला गया है। इसका नाम एसबीआई सेविंग प्लस अकाउंट है। क्या है यह नया बचत खाता और कैसे बढ़ेगी रकम। आइए जानते हैं। 
एसबीआई सेविंग प्लस अकाउंट

भारतीय स्टेट बैंक से मिली जानकारी के मुताबिक यहां आपको कम जोखिम में ज्यादा ब्याज मिलेगा। यह साधारण बचत खाते से 2.7 फीसद ज्यादा ब्याज होगा। सेविंग प्लस खाता एक बहु विकल्पीय जमा योजना यानी मल्टी आॅप्शन डिपोजिट स्कीम से जुड़ी हुई है। इसमें आपके बचत खाते का सरप्लस पैसा यानी जो जमा है उससे अधिक रुपए 1000 रुपए के गुणा में टर्म डिपॉजिट में भेज दिया जाता है। यह टर्म का समय एक से पांच साल तक के लिए है। इसमें आपके बचत खाते को कोई नुकसान या घाटा नहीं है।

बहु विकल्पीय जमा योजना क्या है

जानकारी के मुताबिक एसबीआई में सेविंग प्लस अकाउंट मल्टी आॅप्शन डिपॉजिट योजना से जुड़े हुए होते हैं। इस खाते में न्यूनतम बैलेंस वाला पैसा 1000 रुपए के गुणा में एक से पांच साल तक टर्म डिपाजिट में या फिर फिक्सड डिपाजिट में जमा किया जाता है। लेकिन आपको अपने खाते में मिनिमम बैलेंस बनाए रखने की जरूरत होगी।

आखिर क्या है फायदा और कैसे खुलेगा खाता

इसके काफी फायदे बैंक की ओर से बताए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक यह सिर्फ एक से पांच साल के लिए होगा तो इससे लोगों को ज्यादा फर्क नहीं पड़ने वाला। इसमें आपको दूसरे बचत खाते की तरह ही एटीएम कार्ड मिलेगा और मोबाइल बैंकिंग व इंटरनेट बैंकिंग की भी सुविधा बैंक की ओर से दी जाएगी। आपको हर तरह की जानकारी एसएमएस से मिलेगी और एमओडी पर आपको लोन भी मिल सकता है। एक हजार रुपए से 10 हजार रुपए के मल्टीपल में पैसा भेजा जाता है। इसमें आपको 25 पेज की चेकबुक भी दी जाती है। यह खाता खोलना भी काफी आसान है। आपको सिर्फ अपने एसबीआई बैंक शाखा में जाना होगा और वहां केवाइसी जमा करना होगा। आप इसे चाहे तो एकल या फिर ज्वाइंट खाता भी खुलवा सकते हैं।

-GB Singh
English News

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com