8 अगस्त को टोक्यो ओलंपिक का समापन हो गया है। बता दें कि इस बार टोक्यो में 32वां ओलंपिक मनाया गया था। इस बार भारत के खिलाड़ियों ने ओलंपिक में अच्छा परफार्म किया है। हालांकि कुछ खिलाड़ियों को मेडल न मिलने पर निराश भी होना पड़ा। ओलंंपिक के लिए खिलाड़ी चार सालों का इंतजार करते हैं तब वे पदक की होड़ में शामिल हो पाते हैं। कुछ को पदक मिल जाता है तो चार सालों का इंतजार सफल हो जाता है। वहीं कुछ को पदक नहीं मिल पाता है तो चार सालों का इंतजार अगले चार सालों तक और बढ़ जाता है। हालांकि आज हम बात करेंगे ऐसे गोल्ड मेडलिस्ट ओलंपिक खिलाड़ी की जिसने दुनिया में नाम रोशन तो किया पर अपनी पसंद की लड़की से शादी नहीं कर पाएगा।
ये गोल्ड मेडलिस्ट अपनी गर्लफ्रेंड से नहीं कर पाएगा शादी
बता दें जेवलिन थ्रो के खेल में इस साल भारत की ओर से नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल हासिल करके देश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने ओलंंपिक में तिरंगा झंडा फहराया है। उन्होंने बीते 13 सालों में पहला गोल्ड मेडल ओलंपिक में देश के नाम किया है। इजराइल के जिम्नास्ट आर्टम दोलगोपायट ने भी ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता है। हालांकि इसके बावजूद वे अपना व्यक्तिगत सपना पूरा नहीं कर पाएंगे।
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जानें क्यों अपनी गर्लफ्रेंड से नहीं कर पाएंगे शादी
आर्टम एक लड़की से प्यार करते थे और उसी से शादी करके अपना घर बसाना चाहते थे। हालांकि भले ही ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीत कर उन्होंने दुनिया मुट्ठी में कर ली हो पर वे अपनी इस निजी खुशी को पाने में असमर्थ हैं। शायद ही वे अपनी गर्लफ्रेंड के साथ शादी के बंधन में बंध सकें। आर्टम ने इजराइल के लिए ओलंंपिक में दूसरा गोल्ड मेडल जीता है और उन्हें देश का नायक बताया जा रहा है। देश के हर व्यक्ति ने उनकी सराहना की है। आर्टम के पिता यहूदी हैं पर मां किसी और धर्म की है। हालांकि वहां के कानून के हिसाब से मां यहूदी नहीं है तो बच्चा भी यहूदी नहीं माना जाएगा। इसी वजह से वहां पर बहुत से लोगों को भेदभाव का सामना करना पड़ा रहा है।
ऋषभ वर्मा