टोक्यो ओलंपिक 8 अगस्त को खत्म हो चुके हैं पर इंडिया की जनता के सिर से इसका खुमार उतरने का नाम नहीं ले रहा है। इस बार भारत ने बीते सभी ओलंपिक में सबसे ज्यादा पदक जो जीते हैं। इस बार भारत में ओलंपिक से कुल 7 पदक आए हैं जिनमें दो सिल्वर व एक गोल्ड के साथ 4 ब्रॉन्ज़ मेडल है। इस बार भारतीय पुरुष हाॅकी टीम ने भी देश में 41 साल के पदक के सूखे को खत्म कर दिया है। दरअसल पुरुष हाॅकी में भारत 41 सालों से पदक की होड़ से बाहर हो जा रहा था। इस बार पुरुष हाॅकी में टीम ने कांस्य पदक अर्जित किया है। हालांकि यहां हम बताने जा रहे हैं कि आखिर क्या करके भारतीय पुरुष हाॅकी टीम गोल्ड मेडल जीत सकती है।
किस तरह पा सकती है टीम गोल्ड मेडल
ये ओलंपिक 2020 थे जो साल भर देरी से 2021 में हुए हैं। वहीं अब अगला ओलंपिक साल 2024 में आयोजित होना है। बता दे अगला ओलंंपिक पेरिस में होने वाला है जिसमें भारतीय पुरुष हाॅकी टीम अबकी बार गोल्ड जीतने की तैयारी में है। बता दें कि 1980 से आस्ट्रेलिया की पुरुष हाॅकी टीम बेहतरीन प्रदर्शन कर मौजूदा समय में विश्व चैंपियन बनी हुई है। ऐसे में स्वर्ण पदक जीतना और भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे हालात में अगर भारतीय पुरुष हाॅकी टीम गोल्ड जीतना चाहती है तो इसके लिए उन्हें कुछ खास करना होगा।
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अपनाने होंगे ये हथकंडे
अगर हाॅकी की भारतीय पुरुष टीम भारत में गोल्ड लाना चाहती है तो उसे बेल्जियम व आस्ट्रेलिया द्वारा बनाए गए मानदंडों को पूरी तरह से फाॅलो करना होगा। खास बात ये है कि बेल्जियम व आस्ट्रेलिया दोनों हाॅकी की चैंपियन टीमें हैं दोनों टोक्यो ओलंपिक के फाइनल में भिड़ी भी थीं। किसी भी टीम को ऊपर पहुंचने के लिए चैंपियन टीमों से प्रतिस्पर्धा करने की आवश्यकता होती है। टीम ओलंपिक में जाकर जब कांस्य लाई तो इन टीमों के खेल और प्लेयर्स से परिचित भी हुई थी। भारतीय टीम ने इनके खिलाफ मैदान पर मुश्किल परिस्थितियों का सामना करना भी सीख लिया है। ये सब चीजें आगे आने वाले ओलंपिक में भारतीय टीम को ध्यान में रखनी होंगी ताकि गोल्ड तक का सफर आसान हो सके।
ऋषभ वर्मा