दुबई में स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कहा है कि भारतीय लोग यूएई में नौकरी ढूंढने के लिए यात्रा वीजा पर न आएं। इसके लिए वे अपने प्रमाणित रोजगार प्रस्तावों और परमिट वीजा के साथ ही देश में आएं। यह दिशानिर्देश धोखाधड़ी और वीजा धोखाधड़ी की घटनाओं को रोकने के लिए जारी किया गया है।यूपी सरकार ने किया फैसला: शिक्षामित्रों को 10 से 15 हजार मानदेय देने की होगी तैयारी…
वाणिज्य दूतावास में भारतीय कामगारों की बढ़ती शिकायतों को देखते हुए यह दिशानिर्देश जारी किया गया। इन कामगारों को उनके एजेंटों या मालिकों ने नियमित आधार पर धोखा दिया।
दुबई में भारतीय महा वाणिज्यदूत विपुल ने कहा कि उनके पास आने वाली ऐसी शिकायतों के संबंध में कोई आंकड़ा नहीं है क्योंकि ऐसी शिकायतें बहुत अजीब तरह की होती थीं जिनके विभिन्न मुद्दे होते थे। उन्होंने कहा कि अधिकतर शिकायतें ऐसे कामगारों से संबंधित थीं जो यात्रा वीजा पर नौकरी करने या नौकरी ढूंढने के लिए आए थे।
हमने यात्रा वीजा पर आने वाली बहुत सी महिलाओं के मामले भी देखे जिनमें फर्जी एजेंटों ने उन्हें नौकरानी बना दिया या फिर ओमान या अन्य देशों में भेज दिया। बता दें कि वहां फंसे कामगारों को वापस भेजने के लिए वाणिज्य दूतावास ने 2016 में जहां 225 हवाई टिकट जारी किया था वहीं 2017 में अब तक 187 हवाई टिकट जारी कर चुका है।