श्राद्ध में इन चीजों का रखें ध्यान, आशीर्वाद देंगे पूर्वज

       श्राद्ध पूर्वजों को याद करने का दिन है। इस दौरान लोग अपने-अपने घरों में पुरखों को याद करते हैं। उनके लिए पूजा का आयोजन होता है साथ ही ब्राह्मणों को बुलाकर दान पुण्य किया जाता है। हिंदू धर्म में श्राद्ध कर्म का बहुत महत्व है। भगवान श्रीराम ने भी अपने पिता दशरथ का श्राद्ध कर्म किया था। यह 15 दिनों तक चलता है और पूर्वज घरों में आकर आशीर्वाद देते हैं। पितृ पक्ष के दिन कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए इससे पूर्वज खुशहाली देंगे। आइए जानते हैं। 

पितृ पक्ष में इन कार्यों पर दें ध्यान तो होंगे पूर्वज प्रसन्न
श्राद्ध कर्म को लेकर कुछ लोग काफी भव्य आयोजन करते हैं जो गलत है। इस दौरान सामान्य तरीके से साधा आयोजन करना चाहिए और पितरों को याद करना चाहिए। साथ ही इस दौरान काम, क्रोध और लालच से भी दूर रहना चाहिए। वैसे भी कहा जाता है कि ये तीनों ही हानिकारक हैं। इसलिए अगर 15 दिन इससे दूर रहते हैं तो यह और अच्छा है। इस दौरान घर में आने वाले ब्राह्मण को भोजन करानान चाहिए और अपने सगे संबंधियों को भी बुलाकर उनको भोजन कराने से पितृजन खुश होते हैं।

ये भी पढ़ें : पितृ पक्ष पर ये चीजें हैं वर्जित, नाराज हो सकते हैं पूर्वज

घर में भी कलह न मचाएं और शांति रखें
कुछ लोगों के घर में लड़ाई और कलह बनी रहती है, इसलिए श्राद्ध के दौरान इससे दूर रहना चाहिए। अपने पारिवारिक लोगों को आदर देना चाहिए और सम्मान पूर्वक बुलाना चाहिए। तर्पण के लिए सुबह आठ बजे से 11 बजे तक अच्छा समय होता है। अगर उनको जल से तर्पण करते हैं तो दोष से भी मुक्ति मिलेगी। इससे पितरों को शांति मिलती है।श्राद्ध कर्म के लिए पूर्वज की तिथि के अनुसार ही पूजा करनी चाहिए। इसके लिए भी समय तय होता है।

दिशाओं का भी रखें ख्याल
पितरों को जो भी खानपान का सामान चढ़ाना हो तो उसे पश्चिम दिशा में लगाएं। उनका मुंह पश्चिम की ओर होता है। इस दौरान पिंडदान और हवन का भी चलन है। इसे करना भी अच्छा माना जाता है। श्राद्ध कर्म करने वाले को पिता, दादा और परदादा को पिंड अर्पित करना चाहिए। यह विधि मान्य है। इस दौरान गायंत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं।

GB Singh

English News

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com